नागरिकता कानून को लेकर हो रहे बवाल के बीच केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लोग कहते हैं कि वो दस्तावेज नहीं दिखाएंगे। लेकिन, वहीं राम लल्ला के अयोध्या में पैदा होने के सबूत मांगते है।
इस तथ्य के बावजूद कि दुनिया हजारों सालों से यह मानती रही है। यह दोहराव, पाखंड और बौद्धिक बेईमानी है।बता दें कि केंद्रीय मंत्री गुजरात के केवड़िया में एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
इसी के साथ रविशंकर ने लेफ्टिस्ट दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं अपने वामपंथी दोस्तों से कहना चाहूंगा कि हमें हराओं और अपनी सरकार बनाओ। आप हमें धर्मनिरपेक्षता और मानव अधिकारों का पाठ ना पढ़ाएं। क्यों आप लोगों ने कभी आतंकवाद और चरमपंथी हिंसा के पीड़ितों के मानवाधिकारों के बारे में बात की? कभी नहीं की।
इससे पहले राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर राजधर्म का हमला किया था। इसी के जवाब देते हुए शुक्रवार को रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी राजधर्म के नाम पर लोगों को भड़कानें की कोशिश ना करे। सात ही उन्होंने आरोप लगाया था कि सोनिया गांधी ने रामलीला मैदान में भड़काऊ बयान दिया था।
कांग्रेस को आढ़े हाथ लेते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रपति के पास गई और उनसे राजधर्म की बात की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को लेकर हमेशा से ही पार्टी का एक स्टैंड रहा है। शिवराज पाटिल और अशोक गहलोत ने भी तब इसकी मांग की थी। आपने इस राजधर्म के मुद्दे को उठाया। बस अब हम इसे पूरा कर रहे हैं।
सोनिया के बयान का हवाला देते हुए रविशंकर ने कहा कि आपने उकसाने वाली भाषा का प्रयोग किया। साल 2010 में आपकी ही सरकार ने NPR का नोटिफिकेशन जारी किया था। यदि आप करें तो ठीक लेकिन वहीं काम हम करें तो आप लोगों को भड़काना शुरु कर देते हैं।