पूरी दुनिया में अक्टूबर माह के दूसरे शुक्रवार को वर्ल्ड ऐग डे मनाया जाता है, अंडा से हमारा तात्पर्य सिर्फ खाने वाले अंडे से ही नहीं अपितु सभी तरह के अंडे से है, पूरी दुनिया में अंडे आकार की बनी वस्तुएं इसके अतंर्गत आती हैं। अंडे के आकार का ब्रह्मांड का सबसे पहला विचार संस्कृत ग्रंथों में आता है, इसके लिए संस्कृत शब्द ब्रह्माण्ड है, जो हिंदू धर्म में देवता ब्रह्मा और अंड अर्थात् अंडा दो शब्दों से लिया गया है।

आरंभ काल में ब्रह्मांडीय अंडे के भीतर ब्रह्मांड की सामग्री और संरचना थी वैसे तो अंडे को भ्रूर्ण भी कहा जाता है और ये मनुष्य से लेकर सभी तरह के जीव जंतुओं में भी बनता है, मानव की उत्पत्ति भी एक भ्रूण से ही हुई है और इस शब्द की उत्पत्ति आदि काल में ही हो गई थी। बता दें कि अंडे की ग्रोथ होने के साथ ही वह एक नये आकार में आता गया और अपने अलग अलग आकार से ही वह प्रचलित हुआ।

विश्वभर में अंडे का उपयोग नियमित रूप से किया जाता है और आपके लिए ये सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके अंडा संगठन, अंडा उत्पादक, और सहयोगी उद्योग के सदस्य विश्व अंडे दिवस का लाभ उठाते हैं या नहीं, इसके लिए भी प्रचार प्रसार आवश्यक है। अंडा को प्राय: लोग अपने नियमित भोजन में भी शामिल करते हैं और साथ ही इसका इस्तेमाल ठंड के मौसम में भी होता है। अंडे के बहुत सारे फायदे भी हैं और नुकसान भी हैं।
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