सबसे पहली और बहुत ही आम धारणा जो महिलाओं को लेकर बनाई जाती है वो है कि कहीं भी जाना हो तैयार होने में काफी समय लगा देती हैं. ये बात और है कि उन्हें पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा मेहनत करनी होती है तैयार होने मे लेकिन ऐसा हर बार हो ऐसा नहीं है. कई महिलाएं अपने ढेर सारे कामों को निपटाने में या फिर कई बार ट्रेफ्रिक की वजह से भी देर हो जाती है, ना कि तैयार होने में.
घर के साथ-साथ नौकरी दोनों को अच्छे से संभाल रही हैं
महिलाओं को गप्पे मारना पंसद हैं और उनका सिर्फ यही काम है. नहीं ऐसा नहीं है इस धारणा को भी बदलें. सिर्फ महिलाएं ही नहीं पुरुष भी खूब सारे गप्पे मारते हैं. बस उनके मुद्दे अलग होते हैं और वे इसे स्वीकारते नहीं. महिलाएं इस बात को स्वीकारती हैं. पुरुष ऑफिस की राजनीति, खेल, शराब और कई बार खुद अपनी प्रेमिका, पत्नी या फिर हमेशा की तरह लड़कियों की बात करते हैं.
करियर में अच्छा कर रही महिलाएं घर को सही से नहीं संभाल सकती. ये भी एक गलत धारणा पाल रखी है. चाहे कॉरपेरेट और या राजनीति कई तरह के बड़े पदों पर महिलाएं घर के साथ-साथ नौकरी दोनों को बेहतरीन तरह से संभाल रही हैं.