नई दिल्ली: देश में कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन में लोगों ने बड़े पैमाने पर लोन की किस्त नहीं चुकाई थी, जिसको लेकर केंद्र सरकार ने ऐसे लोगों को राहत देते हुए उनके ब्याज पर लगने वाले ब्याज को माफ करने का निर्णय किया है। हालांकि जिन लोगों ने इस समय में भी अपनी किस्त दी है, उनको भी सरकार की तरफ से बड़ा तोहफा देने की तैयारी है।
मिली जानकारी के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान लोन की किस्त का भुगतान किया है, उनको बैंक कैशबैक का दे सकता है। सरकार ने साफ कर दिया है, इस स्कीम के तहत ऐसे कर्जदारों को 6 महीने के सिंपल लोन इंट्रेस्ट में डिफरेंस का लाभ मिलेगा।
बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने समय पर 1 करोड़ रुपये के होम लोन पर ईएमआई का भुगतान किया है, वे लगभग 16,000 रुपये के छूट के पात्र होंगे। यह 8% की ब्याज दर है, जिसके परिणामस्वरूप 4 लाख रुपये का अर्धवार्षिक ब्याज और 16,269 रुपये का चक्रवृद्धि ब्याज होगा।
सरकार ने कहा है कि बैंक ग्राहक के खाते में राशि जमा करेंगे और बाद में सरकार से दावा करेंगे। यदि उधारकर्ता ने बीच में ऋण को पूरी तरह से चुका दिया है, तो ऋण की बकाया राशि को आगे की अवधि के लिए बढ़ा दिया जाएगा।
इन लोगों को मिलेगा फायदा-
केंद्र सरकार ने बताया है कि जिन्होंने होम लोन, एजुकेशन लोन, क्रेडिट कार्ड लोन, ऑटो लोन, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स लोन लिया हुआ है, उन्हें इसका फायदा मिलेगा। बैंक चक्रवृद्धि ब्याज और साधारण ब्याज के बीच जो राशि है, उसे ग्राहक के लोन अकाउंट में डालेंगे। फिर सरकार बैंक को उस राशि पर क्लेम करने के बाद भुगतान करेगी।इतने दिन का ब्याज होगा माफ
इस फैसले से केंद्र सरकार पर करीब 6500 करोड़ रुपये का बोझ आएगा। इसके साथ ही जिन्होंने लोन मोरोटोरियम का फायदा नहीं लिया, उन्हें भी योजना का लाभ मिलेगा। दिशानिर्देशों के अनुसार, इस योजना का लाभ 1 मार्च से 31 अगस्त, 2020 की अवधि तक लोन के ब्याज पर ब्याज किया जाएगा।