उत्तराखंड के चीफ मिनिस्टर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लॉकडाउन के इस पीरियड में बेरोजगार युवाओं का संबल बढ़ाने के लिये एक ऑनलाइन पोर्टल होप लांच किया है, जिसका फुल फॉर्म है हेल्पिंग आउट पीपुल एवरिवेयर. अपने नाम की ही तरह इस पोर्टल की मदद से अधिक से अधिक युवाओं की रोजगार पाने में सहायता की जाएगी.
इस श्रेणी में वह युवा वर्ग भी शामिल है जो किसी प्रकार की प्रोफेशनल ट्रेनिंग कर चुके हैं पर अभी तक नौकरी नहीं पायी है और वे भी जिन्हें अपनी स्किल्स को और बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि वे इंडस्ट्री के लिये फायदेमंद बन सकें और उन्हें इंप्लॉयर हाथों-हाथ ले. पोर्टल ने उत्तराखंड के युवाओं का डेटा इकट्ठा करना भी आरंभ कर दिया है.
ये पोर्टल केवल युवाओं का डेटाबेस ही इकट्ठा नहीं करेगा, जिन्हें नौकरी चाहिए बल्कि उन कंपनीज़ की जरूरतें भी बताएगा जो इंप्लॉई तलाश रही हैं.
कंपनियां किस प्रकार के लोग अपने यहां एप्वॉइंट करना चाहती हैं, इसकी भी जानकारी दी जाएगी ताकि उसी अनुसार युवाओं का चुनाव किया जा सके.
इसके अलावा पोर्टल में युवाओं की बाकी जानकारियां जैसे उन्होंने कहां काम किया है, कितना कार्य का अनुभव है, किसी क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन किया है क्या, उनको किस एरिया में रुचि है, वे किस प्रकार की नौकरी तलाश रहे हैं, आदि विभिन्न जानकारियां इसमे समाहित होंगी. एक बार पोर्टल तैयार हो जाने के बाद इसे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जोड़ दिया जाएगा जो हाल ही में लांच हुई है.
इस पोर्टल पर किसी गांव विशेष के होने पर भी उस गांव के डेटा को अलग रखा जाएगा जिसे बाद में आसानी से एक्सेस किया जा सकता है. कहने का तात्पर्य यह है कि गांव से बिलांग करने के बावजूद वहां के युवाओं का डेटा मिलने में कोई परेशानी नहीं होगी.
इससे सरकार को भी आराम हो जाएगा और वे गांव विशेष के लिये खास योजनाओं पर काम कर पाएंगे. ऐसा इसलिये मुमकिन होगा क्योंकि गांव के अनुसार उनकी जरूरतों, प्राथमिकताओं के अनुसार मौजूद डेटा से फैसला लेने में आसानी होगी.