लेह में बढ़ती गर्मी के कारण एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स को उड़ान भरने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच इंडिगो और स्पाइसजेट ने लेह हवाई अड्डे पर चार उड़ानों को रद्द कर दिया है। एएआई अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है। 27 जुलाई के बाद से, लद्दाख में उच्च तापमान के कारण कम से कम 16 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। लेह हवाई अड्डे पर पारा 32 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने पर उड़ानें रद्द की जाती हैं।
हवाईअड्डे के सूत्रों के मुताबिक,“यह शायद पहली बार है कि खराब मौसम के कारण लेह हवाई अड्डे पर उड़ानें रद्द हो रही हैं।” हवाईअड्डे के सूत्रों ने कहा, हमें अतीत में ऐसा कोई उदाहरण याद नहीं है जहां लगातार इतने दिन तक उड़ाने रद्द की गई हों। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से लेह का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता जा रहा है।
लेह में क्यों कैंसिल हो रही उड़ानें?
- लेह समुद्र तल से लगभग 10,700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
- ऐसे में जितनी ऊंचाई बढ़ती है तो हवा की डेंसिटी कम हो जाती है
- तापमान बढ़ने पर ज्यादा ऊंचाई पर होने की वजह से डेंसिटी और कम होती है।
- तापमान 36 डिग्री पहुंचने पर A320, B737 इंजन को लिफ्ट-ऑफ स्पीड तक पहुंचने में अधिक समय लगता है।
- तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के कारण हवा की डेंसिटी कम हो रही, ऐसे में विमान का उड़ान भरना सेफ नहीं है।
15-16 विमान लेह आते-जाते हैं
लेह में प्रतिदिन 15-16 आगमन और इतनी ही संख्या में प्रस्थान होते हैं। यह समुद्र तल से 10,700 फीट की ऊंचाई पर है, जो इसे दुनिया के सबसे ऊंचाई वाले हवाई क्षेत्रों में से एक बनाता है। गर्मी विमान के इंजन के लिए घातक कॉकटेल है।