लेबनान के दक्षिण में संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षक दल में शामिल तीन पर्यवेक्षकों और एक अनुवादक शनिवार को बम हमले में घायल हो गए। ये लोग जब क्षेत्र में पैदल भ्रमण कर रहे थे तभी इनके नजदीक टैंक से दागा गया गोला आकर गिरा। इस गोले के टुकड़ों से क्षेत्र में तैनात संयुक्त राष्ट्र के ये कर्मी घायल हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने इस हमले की निंदा करते हुए उसे अस्वीकार्य बताया है जबकि इजरायल ने इस हमले से कोई संबंध होने से इनकार किया है। लेबनान का यह इलाका ईरान समर्थित संगठन हिजबुल्ला के प्रभाव वाला है। यहां पर इजरायल और हिजबुल्ला के बीच बीते आठ अक्टूबर से रह-रहकर लड़ाई चल रही है।
इस बीच, युद्धविराम पर इजरायल और हमास के बीच शनिवार को मिस्त्र की राजधानी काहिरा में फिर से परोक्ष वार्ता शुरू हो गई है। दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडल काहिरा में मौजूद हैं लेकिन वे मिस्त्र और कतर की मध्यस्थता में वार्ता कर रहे हैं। गाजा की खाद्य समस्या में राहत देने के लिए यूरोपीय देशों का एक और जहाज 400 टन खाद्य सामग्री लेकर साइप्रस से रवाना हो गया है। इसके अगले हफ्ते गाजा पहुंचने की संभावना है।
इजरायल को बम और लड़ाकू विमान देगा अमेरिका
अमेरिका ने कई अरब डालर मूल्य के बम और लड़ाकू विमान इजरायल को देने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। इस खेप में अमेरिका इजरायल को विभिन्न तरह के 4,800 बम देगा। उल्लेखनीय है कि सामान्य स्थिति में अमेरिका अपने पुराने सहयोगी इजरायल को प्रतिवर्ष 3.8 अरब डालर की सैन्य सहायता देता है।
गाजा में इजरायली भीषण सैन्य कार्रवाई के चलते अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना कर रही बाइडन सरकार को घरेलू मोर्चे पर भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, बावजूद इसके इजरायल की सहायता में कमी नहीं की गई है।
गाजा के नौ हजार गंभीर बीमारों को बाहर निकाला जाए
गाजा में इजरायली हमलों में 75 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इनमें से कई हजार लोगों की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त अन्य कारणों से भी कई हजार लोग बुरी तरह से बीमार है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अधानम गेब्रेसस ने कहा है कि गाजा पट्टी के नौ हजार मरीजों को अविलंब बेहतर इलाज की जरूरत है। यह इलाज उन्हें गाजा के बाहर अन्य देश में ही मिल सकता है। अत: इन लोगों की जान बचाने के लिए उन्हें तत्काल गाजा से बाहर भेजा जाए।