नई दिल्ली| बिहार में विधायकों पर सत्ता का नशा किस कदर हावी है इसकी एक बानगी तब देखने को मिली कि जब सत्ताधारी गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल के एक विधायक ने लाल बत्ती हटाने से इनकार कर दिया।
पटना जिले के मनेर विधान सभा से राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने लाल बत्ती हटाने के मुद्दे पर कड़े तेवर अपनाते हुए यह पूछा है दिखाते हुए कहा कि लाल बत्ती पर केन्द्र सरकार ने आखिर क्या नियम बनाया है।
उन्होंने केंद्र सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि केंद्र का बनाया हुआ नियम हम नहीं मानेंगे। अगर बिहार सरकार इस पर कोई कानून बनाती है तो बात अलग है। उन्होंने मीडिया से ही पूछा कि आप जिस फैसले की बात कर रहे हैं, वह फैसला किस कैबिनेट का है?
केंद्र सरकार ने पूरे देश में 1 मई, 2017 से लाल बत्ती पर पाबंदी लगा दी है। 19 अप्रैल को केन्द्र सरकार ने व्हीकल एक्ट में संशोधन किया था। जिसके मुताबिक देश में वीआईपी कल्चर का प्रतीक बनी लाल-पीली और नीली बत्तियों के इस्तेमाल पर 1 मई 2017 से रोक लगाने को मंजूरी दी गई थी। इस नियम के दायरे में ब्यूरोक्रेट और सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज समेत सभी वीवीआईपी शामिल हैं।