ज्योतिष के अंतर्गत शरीर के अंगों और लक्षणों को देखकर व्यक्तित्व के साथ भविष्य बताने की विधि को सामुद्रिक शास्त्र कहा जाता है। ये ज्योतिष का अभिन्न अंग है और इस शास्त्र का इतिहास भी काफी प्राचीन है। सामुद्रिक विद्या के अनुसार मनुष्य के सिर से लेकर पैर तक हर अंग के लिए विशेष लक्षण बताए गए हैं। नाभि और तिल के आधार पर इंसान के व्यक्तित्व के बारे में जानकारी मिल सकती है।
1. जिन लोगों की नाभि दक्षिणावर्त यानी सीधे हाथ की ओर मुंह वाली होती है, वे लोग भाग्यशाली होते हैं।
2. वामवर्त नाभि यानी बाएं हाथ की ओर मुंह वाली नाभि अशुभ मानी जाती है।
3. जिन लोगों की नाभि गहरी होती है, वे लोग जीवन में सभी सुख और सुविधाएं प्राप्त करते हैं।
4. जिन लोगों की नाभि ऊंची होती है, वे लोग कई बार अपनी माता के दुख का कारण बनते हैं।
5. जिन लोगों के पेट पर तिल होता है, वे लोग अलग-अलग तरह का खाना पसंद करते हैं। इनके जीवन का मुख्य उद्देश्य अच्छा भोजन खाना ही होता है।
6. जिन लोगों के पेट के एकदम बीच में तिल होता है, वे लोग डरपोक प्रवृत्ति के हो सकते हैं।
7. व्यक्ति की पसली पर तिल होना व्यक्ति के डरपोक स्वभाव की ओर इशारा करता है।
8. स्त्री के शरीर पर बाएं ओर के तिल शुभ होते हैं जबकि पुरुष के शरीर पर दाहिनी ओर के तिल शुभ माने गए हैं।