आइएएस अफसर तथा निदेशक सूडा उमेश सिंह के खिलाफ पत्नी की हत्या का मामला दर्ज किया गया है। उनकी पत्नी अनीता सिंह के चचेरे भाई की तहरीर पर चिनहट कोतवाली में उमेश सिंह के खिलाफ पत्नी की हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

लखनऊ में आइएएस अफसर उमेश सिंह की पत्नी अनीता सिंह की एक सितंबर को संदिग्ध मौत के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। मृतक अनिता सिंह के माता-पिता के साथ ही उनके चचेरे भाई ने उमेश सिंह पर हत्या का आरोप लगाया है। इसके साथ ही इन लोगों ने उमेश पर कई बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं।
घरवालों की तहरीर पर चिनहट कोतवाली में उमेश सिंह के खिलाफ पत्नी की हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। अनिता के चचेरे भाई राजीव सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है। उमेश प्रताप सिंह के साले राजीव सिंह ने अपनी बहन के साथ मारपीट करने के साथ ही आरोपी के कई महिलाओं से संबंध होने के आरोप लगाये हैं। राजीव ने कहा है कि इस घंटा के दो घंटा बार पुलिस को इसकी सूचना देना ही मामले को काफी संदिग्ध बना रहा है।
लखनऊ के चिनहट कोतवाली क्षेत्र में विकल्पखंड, गोमतीनगर मे सूडा निदेशक उमेश प्रताप सिंह की पत्नी अनीता (42) की रविवार एक सितंबर को घर में संदिग्ध हालत में गोली लगने से मौत हो गई। गोली उनके सीने से आर-पार हो गई थी। घरवाले मौत को आत्महत्या बता रहे है। उस वक्त घर में उमेश प्रताप सिंह, बेटा आशुतोष सिंह, नौकर तुलसीराम और विकास नीचे के फ्लोर पर थे। आशुतोष का एक दोस्त भी घर पर मौजूद था।
सहायक पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव के मुताबिक, घटना दोपहर ढाई बजे के करीब की है। पुलिस मामले को संदिग्ध मानते हुए हर एंगल से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि उसे सूचना दो घंटे देरी से मिली।
मामले में पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही अब स्थितियां साफ होंगी। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पुलिस को देर से देने, मौके से कोई सुसाइड नोट न मिलने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अनीता की मौत के पीछे किसी साजिश की आशंका जताते हुए जांच की जा रही है।
उमेश सिंह के बेटे आशुतोष ने बताया कि गोली चलाने की आवाज पर वह प्रथम तल पर मां के कमरे की तरफ भागे। वहां उसने पिता को कमरे का दरवाजा तोड़ते हुए देखा। इसके बाद खून से लथपथ मां को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। ट्रॉमा सेंटर में अनीता को मृत घोषित कर दिया गया।
आईएएस अफसर उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि अनीता पिछले दो साल से अवसादग्रस्त थीं और उनका इलाज भी चल रहा था। पुलिस को मानसिक उपचार की कुछ दवाएं, उनकी लाइसेंसी पिस्टल और एक खोखा बरामद हुआ है। कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला।
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