कोरोना का प्रकोप चरम पर है। मंत्री, विधायक, डॉक्टर-कर्मी भी वायरस का शिकार हो रहे हैं। गुरुवार को 792 मरीजों में वायरस पाया गया। वहीं 16 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उधर, केजीएमयू में स्टाफ पर कोरोना का हमला जारी है। संस्थान प्रशासन अब मामलों को छिपाने में जुट गया है। शहर में कांटेक्ट ट्रेसिंंग- टेस्टिंंग का काम तेज कर दिया गया है। ऐसे में हर रोज सैकड़ों की तादाद में मरीज उजागर हो रहे हैं। अगस्त में मरीजों का रिकॉर्ड टूट गया है। अब तक जुलाई से दो गुना से अधिक मरीज कोरोना के पाए जा चुके हैं। वहीं मौतों का ग्राफ भी डबल हो गया है। गुुरुवार को 792 मरीजों में वायरस पाया गया है। ऐसे में कुल मरीजों की संख्या 25 हजार पार कर गई है। वहीं शहर के विभिन्न अस्पतालों में 16 मरीजों की मौत हुई है। इसमें 12 मरीज लखनऊ निवासी हैं। इसके अलावा दो लखीमपुर, एक देवरिया, एक शाहजहांपुर के मरीज की इलाज के दरम्यान सांसें थम गईं।
तीन डॉक्टर, 20 स्टाफ में कोरोना
केजीएमयू में कोरोना संक्रमण का प्रकोप नहीं थम रहा है। कुलपति, रजिस्ट्रार, डिप्टी रजिस्ट्रार, सीएमएस व पूर्व एमएस समेत कई अधिकारी वायरस का शिकार हो चुके हैं। वहीं अब तीन डॉक्टर व 20 के करीब स्टाफ वायरस की चपेट में आया है। इसमें सबसे अधिक डेंटल विभाग के हैं। ऐसे में संस्थान में 241 के करीब डॉक्टर-कर्मी कोरोना के शिकार हो चुके हैं। वहीं संस्थान प्रशासन संक्रमित स्टाफ का ब्योरा छिपा रहा है। प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंंह ने स्टाफ के संक्रमण की जानकारी होने से इंकार किया। स्टाफ की रोज टेस्टिंग जारी है। गुरुवार को 500 कर्मियाें का सैंपल लैब भेजा गया है।
यहां वायरस का प्रकोप
शहर कई मोहल्लों में कोराेना फैला है। वहीं गुरुवार को इंदिरा नगर-गोमती नगर में अधिक केस पाए गए हैं। ऐसे में इंदिरा नगर में 41, ठाकुरगंज में 35, तालकटोरा में 32, हसनगंज में 27, गोमती नगर में 47, महानगर मेंं 29, हजरतगंज में 25, मड़ियांव में 27, रायबरेली रोड के 16, चौक के 11, जानकीपुरम में 23, विकासनगर में 15, सआदतगंज में 17, गुडम्बा में 18, कृष्णानगर में 32, कैंट में 27, आलमबाग में 27, बाजारखाला में 13, आशियाना में 28, नाका में 13, पारा में 14, अमीनाबाद में 13, अलीगंज में 22 मरीजों में कोराना पाया गया है।
757 मरीजों ने जीती जिंंदगी की जंग
कोरोना से 757 मरीजों ने जिंंदगी की जंग जीत ली है। यह सरकारी व निजी कोविड अस्पताल में भर्ती थे। वहीं कई मरीज होम आइसोलेशन के भी ठीक हुए हैं। यह मरीज अब होम क्वारंटाइन में रहेंगे।