राजधानी के निजी अस्पताल भी मेडिकल वेस्ट को निस्तारित नहीं कर रहे हैं और दवाईयां, इंजेक्शन जैसी हानिकारक चीजों को जला रहे हैं। इब्राहीमपुर वार्ड एक के निरीक्षण के दौरान खाद्य एवं सफाई निरीक्षक आकांक्षा गोस्वामी ने पाया कि ऑक्सफोर्ड अस्पताल का मेडिकल कचरा जलाया जा रहा है। यहां मेडिकल कचरा को अलग-अलग रखने की भी कोई व्यवस्था नहीं थी।

सफाई निरीक्षक ने अस्पताल संचालक पर एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया। पीजीआइ रोड पर गंदगी फैलाने वाले होटल कॉसमोस पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। इस इलाके में कूड़ा प्रबंधन का काम देख रही मेसर्स ईको कंपनी की तरफ से कूड़ा न लेने की शिकायत की गई।
कूड़ा प्रबंधन की निगरानी नगर निगम करेगा
पटरी से उतर गई कूड़ा प्रबंधन योजना को ठीक करने की कमान अब नगर निगम संभालेगा। घर-घर से कूड़ा उठाने का जिम्मा मेसर्स ईको ग्रीन का है लेकिन कंपनी इस काम में विफल साबित हो रही है। नगर निगम ने कंपनी को नोटिस देने के साथ ही दो अधिकारियों पर मुकदमा भी दर्ज कराया है। मंगलवार को नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने ईको ग्रीन के जोनल मैनेजर और जोनल प्रभारियों की बैठक बुलाई। बैठक में साफ कह दिया गया कि कंपनी की तरफ से बनाए गए जोनल प्रभारी और अधिकारी काम नहीं करेंगे, उन्हें हटाने के लिए कंपनी से कहा जाएगा। कूड़ा उठान की निगरानी नगर निगम के जोनल अधिकारी और सफाई निरीक्षक करेंगे।
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