भारतीय रेलवे ने मिशन ‘घर वापसी’ में रफ्तार पकड़ ली है. देश में कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन के चलते फंसे प्रवासी मजदूरों को भारतीय रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहा है. जिससे संकट से जूझ रहे प्रवासी मजदूरों को जल्दी से जल्दी उनके घर पहुंचाया जा सके.
रेल मंत्रालय की ओर से रविवार को दी गई जानकारी के मुताबिक रेलवे ने शनिवार को 167 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से 2.39 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाया है.
बता दें कि भारतीय रेलवे कोरोना संकट के समय चलाई जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों की सुविधाओं के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है.
भारतीय रेलवे अपने नेटवर्क से जुड़े सभी जिलों से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए तैयार है. इसके लिए रेलमंत्री पीयूष गोयल ने सभी जिलों के कलेक्टरों को एक पत्र लिखा है.
रेलवे की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार, रेल मंत्री ने पत्र में सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि वे अपने-अपने जिलों में फंसे मजदूरों की एक सूची तैयार करें और रेलवे को अपने राज्य के नोडल अधिकारी के जरिए आवेदन दें, जिससे श्रमिक स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की जाए.
रेलवे के अनुसार, फिलहाल उसके पास प्रतिदिन 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने की क्षमता है. लेकिन वर्तमान में इस से आधी संख्या में ही ट्रेनें चलाई जा रही हैं. रेलवे की पूरी क्षमता का उपयोग करने से उन श्रमिकों को बहुत राहत मिलेगी, जो अपने-अपने घरों को जाना चाहते हैं.
पीयूष गोयल ने जानकारी देते हुए कहा कि रेलवे ने शनिवार तक 15 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है. इसके लिए 1150 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को इस्तेमाल किया गया है.