ट्रेन के सफर को सुहाना बनाने के लिए रेलवे ने एसी-3 डिब्बों में कई दिलचस्प बदलाव किए हैं. रायबरेली में मॉडर्न कोच फैक्ट्री में नए कोच बनाने का काम जोरों पर चल रहा है. श्रीगंगानगर से तिरुचिरापल्ली के बीच चलने वाली हमसफर ट्रेन के लिए ऐसे 22 डिब्बे बनाए जा चुके हैं.
अब बेहतर होंगे टायलेट
नई किस्म के डिब्बों के टॉयलेट में यूरिनल फिट किया गया है. अधिकारियों को उम्मीद है इससे कोच के शौचालयों को साफ-सुथरा रखने में मदद मिलेगी. नए टॉयलेट का डिजाइन नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ डिजाइन ने तैयार किया है. इन टॉयलेट्स में यात्रियों को बच्चों की नैपी बदलने के लिए भी खास टेबल लगे मिलेंगे. नए डिब्बों के टॉयलेट का फ्लोर ऐसा है जिसमें पानी जमा नहीं होगा. इनका रंग-रोगन भी ऐसा है जिसमें खुरचकर लिखना मुमकिन नहीं होगा. इतना ही नहीं, शौचालयों में फायर सेंसर लगने से लोग इनमें चोरी-छिपे धूम्रपान भी नहीं कर पाएंगे.
बर्थ में भी बदलाव
नए डिब्बों की साइड लोअर बर्थ को भी ज्यादा आराम के लिए डिजाइन किया गया है. इसके लिए बर्थ में ऊपर से गद्दा दिया गया है. इस गद्दे को खींचकर सीट के ऊपर रखने से लेटने में आसानी होगी.
सुरक्षा का खास ख्याल
नए कोच सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर होंगे. हर डिब्बे में जर्मनी से मंगवाए गए 6 सीसीटीवी कैमरे होंगे. खास बात ये है कि इनकी फुटेज को रियल टाइम में देखना मुमकिन है. आग से जुड़ी दुर्घटनाओं से बचने के लिए कोच में खास सेंसर होंगे. साथ ही पैसेंजर अनाउंसमेंट सिस्टम के जरिये यात्रियों को वक्त पड़ने पर निर्देश दिए जा सकेंगे.
बेहतर दिखेंगे डिब्बे
हमसफर एक्सप्रेस में लगने जा रहे नए डिब्बों की कलर स्कीम को भी सुधारा गया है. बताया जा रहा है कि भूरे और स्लेटी रंग के इस्तेमाल से डिब्बों में धूल और मिट्टी का असर कम दिखेगा. फायर-प्रूफ और कूलिंग इफेक्ट देने वाले पर्दे भी डिब्बों की शोभा बढ़ाएंगे.
सुधरेंगी सुविधाएं
नए डिब्बों में यूएसबी प्वाइंट्स की संख्या बढ़ाई गई है जिससे मुसाफिरों को लैपटॉप और मोबाइल चार्ज करने में सहूलियत हो. इतना ही नहीं, हर एक सीट के पास कूड़ेदान लगाया गया है. यात्रियों को पढ़ने की सुविधा देने के लिए हर बर्थ पर एक रीडिंग लाइट की व्यवस्था की गई है. यात्रियों को अपने सफर की पूरी जानकारी रहे, इसके लिए डिब्बों में जीपीएस सिस्टम के साथ जुड़ी खास एलईडी स्क्रीन लगाई गई है.