दरअसल, राजधानी और शताब्दी 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक दौड़ सकती हैं, लेकिन उनकी एवरेज स्पीड 90 किलोमीटिर प्रति घंटे तक सीमित रह जाती है। जब दोनों हाईस्पीड ट्रेनें दौड़ेंगी तो ये 130 किलोमीटर प्रति घंटे की एवरेज दे पाएंगी और इनकी अधिकतम सीमा 160 किलोमीटर प्रति घंटा है।
16 कोच की इस ट्रेन में अलग से इंजन नहीं होगा। यह पूरी तरह से अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर खरी उतरने वाली ट्रेन होगी। दोनों ट्रेनों की खास बात है कि इनमें विदेश की बेहतरीन ट्रेनों के फीचर्स शामिल किए जा रहे हैं।
एक खासियत यह भी होगी कि सीटें हवाई जहाज जैसी होंगी और फर्नीचर बेहद आकर्षक होगा। हर सीट पर स्क्रीन के स्थान पर चार से छह स्क्रीन रखी हैं, ताकि उद्घोषणा, सूचना वअन्य जानकारी इन्हीं के जरिये मिलेगी। खास बात है कि यात्रियों को नहीं लगेंगे झटके और सिस्टम भी आधुनिक होगा।