त्योहार के दौरान ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है। अभी से ही नियमित ट्रेनों में कन्फर्म टिकट का टोटा हो गया है। दशहरा की वजह से पूर्वांचल जाने वालों की भीड़ उमड़ती है। दिल्ली से जाने वालों की तादाद अन्य दिनों की अपेक्षा 10-15 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। ऐसे में रेलवे ने भी अपने तरफ से तैयारी करनी शुरू कर दी है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बढ़ने वाली भीड़ को अनुमानित कर ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्पेशल ट्रेन चलाई जाए। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा सुरक्षित की जाए।
पूर्वांचल दिशा जाने वाली किसी भी नियमित ट्रेन में आरक्षित बर्थ उपलब्ध नहीं है। बेतहाशा भीड़ की वजह से इस साल भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। दशहरा, दीपावली और छठ पर घर जाने वालों को किसी भी ट्रेन में कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा है। इसे ही देखते हुए रेलवे ने कमर कसनी शुरू कर दी है। एक्शन प्लान तैयार कर भीड़ प्रबंधन का निर्देश दिया गया है। स्पेशल ट्रेन के साथ ही क्लोन ट्रेन, नियमित ट्रेनों को कोच की संख्या बढ़ाने के साथ ही अनारक्षित श्रेणी वाली ट्रेन भी चलाने का निर्देश दिया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में त्योहार में शरीक होने के लिए दिल्ली से लोग जा सके। त्योहार खत्म होने के बाद वापसी दिशा के लिए भी ट्रेन चलाना सुनिश्चित किया जाए।
वेटिंग टिकट पर यात्रा की मनाही से बढ़ेगी परेशानी
रेलवे इन दिनों वेटिंग टिकट पर यात्रा करने की इजाजत नहीं दे रहा है। ट्रेन में वेटिंग टिकट वालों को जुर्माना देने के बावजूद यात्रा नहीं करने दे रहा है। जबकि त्योहारों के दौरान ज्यादातर लोग वेटिंग टिकट पर यात्रा कर त्योहार में शरीक होने के लिए आतुर रहते है। यहां तक कि शौचालय में भी यात्रा करके वह पर्व में शरीक होने के लिए यात्रा करते है। लेकिन अब इस माध्यम से भी यात्रा करना मुश्किल होगा।