RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने शनिवार को कहा आने वाले दिनों में रेपो रेट में कटौती का ज्यादा-से-ज्यादा लाभ कर्ज लेने वालों को मिल सकता है क्योंकि लोन का वितरण गति पकड़ सकती है।
आरबीआई की बोर्ड बैठक के बाद दास ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रेपो रेट में कटौती का लाभ आम लोगों को देने की प्रक्रिया धीमी गति से आगे बढ़ रही है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें सुधार हो सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी सेंट्रल बोर्ड को संबोधित किया। बजट के बाद इस बैठक का आयोजन किया गया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि क्षेत्र को लोन देने को लेकर बैंकों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
दास ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में देश की GDP Growth छह फीसद रहने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की आर्थिक समीक्षा के आधार पर अगले वर्ष की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान लगया गया है।
बजट के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और आरबीआई सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दास ने यह बात कही।
दास ने कहा कि मॉनेटरी पॉलिसी फ्रेमवर्क (MPF) पिछले तीन साल से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक आंतरिक तौर पर इस बात का विश्लेषण कर रहा है कि MPC फ्रेमवर्क कितना कारगर रहा है। इस बारे में जरूरत पड़ने केंद्रीय बैंक सरकार के साथ बातचीत करेगा। फिलहाल इस मुद्दे को लेकर आरबीआई के भीतर ही समीक्षा चल रही है।