महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय (MJPRU) की ओर से प्रश्नपत्र तैयार करने में गंभीरता नहीं बरती जा रही है। मंगलवार को एमए-एमएससी गणित तीसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों की पार्शियल डिफरेंशियल इक्वेशन विद एप्लीकेशंस (पेपर कोड- 41171) विषय की परीक्षा कराई गई। गणित के प्रश्नपत्र में सभी सवाल संगीत विषय के आने से स्थिति हास्यास्पद बन गई। विद्यार्थियों ने कॉलेजों में हंगामा किया। इसके बाद पेपर रद्द कर संशोधित प्रवेशपत्र जारी किए गए। अब 16 जनवरी को दोबारा परीक्षा कराई जाएगी।
छात्र-छात्राओं को परीक्षा कक्ष में सुबह 11:30 बजे पेपर वितरित किए गए। इसके पहले पेज पर गणित विषय लिखा था, जबकि अंदर के पन्नों पर संगीत विषय के सवाल थे। इसमें आलाप, तान, गत, जमाजमा, मिजराब, लहरा, जवारी, रागांग, आरोह, अवरोह के प्रश्न लिखे थे। यह देख विद्यार्थियों का सिर चकरा गया। कक्ष निरीक्षक को सूचना दी गई। इसके बाद प्रश्नपत्र वापस किए गए।
विश्वविद्यालय की इस गंभीर लापरवाही को लेकर विद्यार्थियों ने कॉलेजों में हंगामा करते हुए विभागाध्यक्ष से शिकायत की। इसके बाद सूचना विवि को भेजी गई। विवि के परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार ने तत्काल गलती मानते हुए सुबह 11:58 बजे संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया।
लगातार सामने आ रही लापरवाही
विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में 17 दिसंबर को बीएससी पांचवें सेमेस्टर के विद्यार्थियों की वनस्पति विज्ञान-प्रथम प्रश्नपत्र (कोड- 40405) की परीक्षा कराई जानी थी। प्रश्नपत्र के पहले पेज पर प्लांट फिजियोलॉजी, मेटाबॉलिज्म व बायोकेमिस्ट्री विषय लिखा हुआ था।
वहीं, अंदर पांचवें सेमेस्टर के स्थान पर पहले सेमेस्टर के प्लांट माइक्रोबायोलॉजी विषय के सवाल लिखे हुए थे। इस मामले में भी विश्वविद्यालय ने संशोधित परीक्षा तिथि जारी की थी, लेकिन किस स्तर से चूक हुई और उस पर क्या कार्रवाई की गई? इस पर जिम्मेदारों ने चुप्पी साध ली। इसके पीछे बड़ा खेल होने की आशंका जताई जा रही है।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय के मीडिया सेल प्रभारी के डॉ. अमित सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों की समस्या का हल किया जाएगा। जिन परीक्षा केंद्रों पर पेपर संबंधी समस्या हुई है, उनसे विस्तृत रिपोर्ट मांगी जाएगी। विशेषज्ञ समिति विचार करके इसका समाधान करेगी। परीक्षा की संशोधित तिथि जारी कर दी गई है।