भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत 92 रन बनाकर आउट हो गए। वो अपने दूसरे टेस्ट शतक से सिर्फ 8 रन से चूक गए। हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब मौजूदा सीरीज़ में पंत शतक से चूके हों। इससे पहले भी वो इस सीरीज़ में शतक से चूके थे। आखिर रिषभ पंत बार-बार शतक से चूक कर अपने फैंस को निराश क्यों कर रहे हैं
बार-बार क्यों हो रहा है पंत के साथ ऐसा
हैदराबाद में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में रिषभ पंत 92 रन बनाकर आउट हो गए। पंत जब अपने दूसरे टेस्ट शतक से 8 रन दूर थे तभी भी गैब्रिएल की गेंद पर हेटमायर के हाथों कैच आउट हो गए। राजकोट में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भी पंत 92 रन बनाकर ही आउट हो गए थे। पंत का ये पांचवां टेस्ट मैच है और अपने टेस्ट करियर की शुरुआत में ही ये खिलाड़ी दो बार नर्वस नाइंटीज़ का शिकार हो चुका है। इसमे कोई शक नहीं कि इस खिलाड़ी में काबिलियत है, लेकिन इन्हें नर्वस नाइंटीज़ में आउट होने की इस कमज़ोरी से पार पाना होना, क्योंकि इनकी ये कमज़ोरी न सिर्फ इनके अपने रिकॉर्ड्स के लिए बल्कि टीम के लिए भी कमज़ोर कड़ी साबित हो सकती है, क्योंकि जब कोई सेट बल्लेबाज़ आउट होता है तो अगले आने वाले बल्लेबाज़ के लिए पिच पर टिकने और सेट होने में समय लगता है। बहुत बार ऐसा भी देखने को मिलता है कि जब कोई सेट बल्लेबाज़ आउट हुआ तो उसके पीछे आउट होने वाले बल्लेबाज़ों की लाइन ही लग जाती है।
पंत के नाम है ये खास रिकॉर्ड
रिषभ पंत को इंग्लैंड में खेले गए नॉटिंघम टेस्ट मैच में डेब्यू करने का मौका मिला था और उन्होंने अपने टेस्ट करियर की दूसरी ही गेंद का सामना करते हुए छक्का जड़ दिया था। यानि उन्होंने अपने पहले टेस्ट रन छक्के से बनाए। इसके बाद टेस्ट सीरीज़ के आखिरी मैच में जो कि ओवल में खेला गया था उसमें पंत ने काबिलियत का प्रदर्शन करते हुए अपने टेस्ट करियर का पहला शतक ठोक दिया। खास बात ये रही कि उन्होंने ये शतक छक्का लगाकर जड़ा था। ये उनकी पहली टेस्ट सेंचुरी रही। रिषभ पंत टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला रन और पहला शतक छक्के से लगाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी हैं। उनसे पहले क्रिकेट के 141 साल के इतिहास में ये कमाल और कोई खिलाड़ी नहीं कर सका है।