बाजार हैसियत के लिहाज से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी और मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) अमेरिका की ब्रेकथ्रू एनर्जी वेंचर्स लिमिटेड II LP (BEV) में पांच करोड़ डॉलर यानी करीब 371 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। ब्रेकथ्रू एनर्जी वेंचर्स की अगुवाई माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स कर रहे हैं। इसकी जानकारी रिलायंस ने रेगुलेटरी फाइलिंग में दी।
इस संदर्भ में रिलायंस ने बताया कि इस निवेश को लेकर दोनों कंपनियों के बीच समझौता हो गया है। यह निवेश आगामी आठ से 10 सालों में किस्तों में किया जाएगा। दरअसल, ब्रेकथ्रू एनर्जी वेंचर्स का मकसद ऊर्जा और कृषि की क्रांतिकारी तकनीकों में निवेश कर जलवायु संकट का समाधान खोजना है। इसके मद्देनजर कंपनी क्लीन एनर्जी सॉल्यूशंस में नवाचार को सपोर्ट करने के लिए निवेशकों से जुटाई गई पूंजी को निवेश करेगी।
आगे रिलायंस ने कहा कि इस निवेश की भारत के लिए बहुत अहमियत होगी। इतना ही नहीं, इससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न भी मिलेगा। मालूम हो कि इस लेनदेन को पूरा करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंजूरी अनिवार्य है। इस निवेश में रिलायंस के प्रमोटर या ग्रुप कंपनीज का फायदा शामिल नहीं है। बता दें कि मुकेश अंबानी लंबे समय से ऊर्जा के स्वच्छ स्रोतों की वकालत करते रहे हैं। इसलिए यह निवेश किया जा रहा है।
विश्लेषकों और बाजार के पंडिटों के अनुमानों को मात देते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने शुक्रवार को अपने तिमाही नतीजों में 9,567 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दिखाया था। हलांकि यह पिछले वर्ष की समाह तिमाही से 15 फीसदी कम है, पर ब्लूमबर्ग के एनालिस्ट सर्वे से कहीं अधिक है। ब्लूमबर्ग के एनालिस्ट सर्वे में करीब 9,017 करोड़ रुपये के लाभ का अनुमान लगाया गया था। कंपनी का कंसोलिडेटिड शुद्ध लाभ एक बार फिर 10,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर गया। कंसोलिडेटिड शुद्ध लाभ पिछली तिमाही के मुकाबले 28 फीसदी बढ़कर 10,602 करोड़ रुपये दर्ज हुआ।