सुशांत केस में बुधवार को बड़ी डेवलपमेंट देखने को मिली है. केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बताया है कि इस मामले की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है. ये फैसला बिहार सरकार की सिफारिश पर किया गया है.
वहीं दूसरी तरफ बिहार पुलिस जो इस मामले में काफी सक्रिय हो गई है लेकिन रिया चक्रवर्ती से पूछताछ नहीं कर पा रही है. पुलिस के मुताबिक रिया फरार चल रही हैं.
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि रिया चक्रवर्ती जब सामने ही नहीं आ रही है तो पटना पुलिस उनसे कैसे पूछताछ कर सकती है ? रिया चक्रवर्ती सुशांत सिंह मामले में फरार हैं. रिया चक्रवर्ती मुंबई पुलिस के संपर्क में हो सकती है मगर पटना पुलिस के संपर्क में नहीं है. हम उनकी तलाश कर रहे हैं
अब डीजीबी का ये बयान मुंबई और बिहार पुलिस की तनातनी को साफ दिखा रहा है. डीजीबी का बयान इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है.
वहीं बिहार पुलिस लगातार ये दावे कर रही है कि उन्हें रिया के खिलाफ कई पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं. पुलिस रिया से पूछताछ करना चाहती है. लेकिन रिया से फोन पर कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है.
वहीं सुशांत मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी बड़ी बात कही गई है. बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को 14 दिनों के लिए क्वारंटीन करना कोर्ट को भी ज्यादा रास नहीं आया है. कोर्ट के मुताबिक ऐसा करने से सही मैसेज नहीं जाता है.
इसी बात पर जोर देते हुए गुप्तेश्वर पांडे ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है. वे कहते हैं- महाराष्ट्र सरकार को आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को बिहार वापस आने देना चाहिए. कैदी बनाकर उसे रखने का महाराष्ट्र सरकार को कोई हक नहीं है. मुंबई पुलिस का रवैया पूरी तरीके से अनप्रोफेशनल है. मैं मुंबई पुलिस के इस रवैया की कड़ी निंदा करता हूं.
मालूम हो कि सुशांत मामले में रिया चक्रवर्ती ने भी याचिका डाल रखी है. उनके वकील ने दलील दी है कि एक ही मामले की जांच दो अलग-अलग जगह नहीं हो सकती है. केस को मुंबई शिफ्ट करने की अपील की गई है.