स्वास्थ्य विभाग कोरोना जांच करा रहे लोगों की अजीबोगरीब हरकत से हैरान और परेशान है। अभी तक कई कोरोना मरीजों की ओर से गलत नंबर व पता दर्ज कराए जाने का मामला ही सामने आ रहा था, लेकिन अब कुछ नए मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को और भी अधिक मुश्किल में डाल दिया है। हालत यह है कि कई कोरोना मरीजों की रिपोर्ट आते ही ट्रेस करने पर वह पुरुष की जगह महिला निकल रहे हैं। वहीं कुछ लोगों ने अपने नंबर की जगह लड़कियों व अन्य लोगों का नंबर लिखा रखा है। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग को फोन पर गालियां भी सुननी पड़ रही है। अब तक ऐसे 2500 मरीज गलत नंबर व पता लिखा कर गायब हो चुके हैं।
पिछले छह दिनों में 60 नए मरीज सामने आए हैं, जिन्होंने गलत जानकारी देकर जांच कराई है।चंडीगढ़ की लड़की ने दी अंग्रेजी में गाली: कोरोना मरीजों को ट्रेस कर रहे डिप्टी सीएमओ डॉ केडी मिश्रा ने बताया कि रविवार को कुछ ऐसे ही मरीजों की पड़ताल शुरू की तो उनमें से एक नंबर चंडीगढ़ में लगा। उधर से किसी लड़की ने फोन उठाया जब उन्होंने सत्यापन के लिए सवाल करना शुरू किया तो उधर से लड़की अंग्रेजी में देर तक उन्हें गाली देती रही। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने अपनी जांच कराने के लिए दूसरे लोगों का नंबर लिखा दिया है। जब दिए गए नंबर पर फोन किया जाता है तो वह लोग चिढ़कर अभद्र भाषा बोलने लगते हैं।
लखीमपुर से लेकर प्रयाग व बिहार, हरियाणा तक के निकल रहे मरीज:
उन्होंने बताया कि कई मरीज फोन करने पर बता रहे हैं कि वह प्रयाग बिहार और हरियाणा में है। इसका मतलब है कि उन्होंने अपना आधार नंबर गांव वाला दिया था, लेकिन वर्तमान पता नहीं लिखवाया। रविवार को गलत नंबर व पता लिखाने वाले सात मरीजों को ट्रेस किया गया।
निजी लैब व केजीएमयू में सबसे ज्यादा गड़बड़ी
डॉ केडी मिश्रा ने बताया कि सबसे ज्यादा गड़बड़ी निजी लैब में जांच कराने वालों में मिल रही है। उन्हें नोटिस दिया गया है। केजीएमयू में भी डेटा में गड़बड़ी मिल रही है। पड़ताल की जा रही है।