हंगामेदार शीतकालीन सत्र के खत्म होते ही कांग्रेस विद्रोह के मूड में आ गई है. शुक्रवार को जिस तरह से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान पर घेरने की कोशिश की थी तो लगा कि राहुल एक बार फिर से बैकफुट पर आ जाएंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. राहुल ने सदन के बाहर निकलने के बाद ही स्पष्ट कर दिया कि वो माफी नहीं मांगेंगे.
शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित ‘भारत बचाओ रैली’ में एक बार फिर से राहुल आक्रामक मुद्रा में नज़र आए. बीजेपी के माफी मांगने वाले सवाल पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि उनका नाम ‘राहुल सावरकर’ नहीं हैं और वह कभी माफी नहीं मांगने वाले हैं.
उन्होंने यहां ‘भारत बचाओ रैली’ में कहा, ‘ कांग्रेस का कार्यकर्ता किसी से नहीं डरता और देश के लिए जान देने के लिए तैयार रहता है.’ उन्होंने कहा, ‘संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं भाषण के लिए माफी मांगू. मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है. माफी नहीं मांगूंगा. मर जाऊंगा लेकिन माफी नहीं मांगूंगा.’
गांधी ने कहा, ” मोदी और अमित शाह को माफी मांगनी है. पूरी दुनिया हमारी तरफ देख रही थी. हमारी शक्ति अर्थव्यवस्था थी. लोग दुनिया का भविष्य चीन और भारत को बोलते थे.”
संबित पात्रा ने कहा, ‘भले ही राहुल गांधी 1000 जन्म लेते हैं लेकिन वह राहुल सावरकर नहीं हो सकते. सावरकर ‘वीर’ थे, देशभक्त थे और बलिदानी थे. राहुल गांधी अनुच्छेद 370, हवाई हमले, सर्जिकल स्ट्राइक और सीएबी पर पाकिस्तान की भाषा इस्तेमाल करते है. वो ‘वीर’ नहीं हो सकते, सावरकर के बराबर नहीं हो सकते.”