लोकसभा चुनाव-2019 में दिल्ली की सातों सीटों (नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली, उत्तर पश्चिमी दिल्ली और चांदनी चौक) पर हार के बाद आरोप-प्रत्यारोप और इस्तीफे की राजनीति के बीच शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित एवं प्रदेश प्रभारी पीसी चाको कांग्रेस आलाकमान राहुल गांधी के सामने पेश हुए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर हार के कारणों पर होने समीक्षा बैठक शुरू हो चुकी है, इसमें दिल्ली के दिक्कत नेता पहुंचे हैं। बैठक में हंगामा होने के पूरे आसार हैं। इसमें दिल्ली कांग्रेस के अलग-अलग गुट खुल कर एक-दूसरे की खिलाफत कर सकते हैं।
देवेंद्र यादव और विजेंद्र सिंह रहेंगे बैठक से अनुपस्थित- बैठक में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों के प्रत्याशी-शीला दीक्षित, अजय माकन, जेपी अग्रवाल, अरवदिंर सिंह लवली, महाबल मिश्र, राजेश लिलोठिया, विजेंदर सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ, देवेंद्र यादव को भी बुलाया गया है, लेकिन दिल्ली से बाहर होने के कारण देवेंद्र यादव इस बैठक से अनुपस्थित हैं। शीला जहां इस बैठक में स्वयं द्वारा गठित पांच सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट रखेंगी, चाको सहित ज्यादातर उम्मीदवार वही सब कारण रखेंगे जो वे लगातार कहते आ रहे हैं। उम्मीदवारों की ओर से राहुल को पूर्व में अपनी रिपोर्ट भेजी भी जा चुकी है। शीला दीक्षित की ओर से हार की समीक्षा कमेटी की अनुशंसा के आधार पर संगठन में बदलाव और चाको की ओर से नेतृत्व को ही बदलने की वकालत करना भी संभव है। बैठक में हार की समीक्षा के साथ ही संगठनात्मक ढांचे में बदलाव पर भी चर्चा होने की होने की उम्मीद जताई जा रही है।