विजय माल्या से मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को निशाने पर लिया है। राहुल गांधी ने जेटली का घेराव करते हुए कहा है कि लंबे-लंबे ब्लॉग लिखने वाले अब झूठ बोल रहे हैं। राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक-एक कर जेटली से कई सवाल भी पूछे और कहा कि आखिर इस मुलाकात की जानकारी उन्होंनेे सीबीआइ और इडी को क्यों नहीं दी।
राहुल के निशाने पर जेटली
लंबे ब्लॉग लिखने वाले चुप
राहुल गांधी ने कहा कि विजय माल्या ने कल कहा था कि वे जाने से पहले संसद में अरुण जेटली से मिले थे। अरुण जेटली हर मामले पर लंबे-लंबे ब्लॉग लिखते हैं, लेकिन इस मामले पर उनका कोई ब्लॉग नहीं आया। उन्होंने खुद कहा कि माल्या ने उनसे बस कुछ शब्द कहे।
सीबीआइ और इडी को क्यों नहीं बताया
राहुल गांधी ने जेटली का घेराव करते हुआ कहा, ‘अरुण जेटली ने कहा कि विजय माल्या उनसे संसद के गलियारे में मिला था और उसने लंदन जाने की बात रही थी। यदी ऐसा था तो जेटली ने सीबीआइ और इडी को इस बारे में क्यों नहीं सूचित किया। जेटली ने इस पर कोई भी एक्शन क्यों नहीं लिया।’
राहुल गांधी ने दावा किया है कि विजय माल्या और जेटली के बीच करीब 15-20 मिनट की मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता पीएल पुनिया विजय माल्या और अरुण जेटली के बीच हुई मुलाकात के चश्मदीद गवाह हैं। यहां तक की राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि माल्या को भगाने में वित्त मंत्री की सांठगांठ रही है।
जेटली को इस्तीफा देना चाहिए
राहुल ने सवाल पूछा कि अरेस्ट नोटिस को सूचना नोटिस में किसने बदला? वित्त मंत्री साफ करें कि क्या उनके लेवल पर कोई डील हुई है या उनको ऊपर से आॅडर मिले थे ऐसा करने के लिए और फिर इस्तीफा देना चाहिए।
प्रधानमंत्री को लेकर कहा
राहुल गांधी ने कहा, ‘सरकार में प्रधानमंत्री सब कुछ तय करते हैं। वित्त मंत्री जी हिंदुस्तान को बताएं कि क्या उन्होंने भगोड़े को हिंदुस्तान से भागने दिया या इसके लिए उनको प्रधानमंत्री जी से आदेश आया था।?