प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत (India -Maldives Row) के नागरिक पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से अब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मुश्किलें बढ़ सकती है। मालदीव में संसदीय अल्पसंख्यक नेता अली अजीम ने सोमवार को राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ( Maldives President Mohamed Muizzu ) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का आह्वान किया है। उन्होंने राष्ट्रपति मुइज्जू को सत्ता से बेदखल करने में मदद करने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के नागरिक पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से अब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की मुश्किलें बढ़ सकती है। विपक्षी इसका फायदा उठाते हुए अब राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को सत्ता से हटाने में जुट गई है।
मालदीव में संसदीय अल्पसंख्यक नेता अली अजीम ने सोमवार को राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का आह्वान किया है। उन्होंने राष्ट्रपति मुइज्जू को सत्ता से बेदखल करने में मदद करने की अपील की है।
राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी
अली अजीम ने कहा कि हम देश की विदेश नीति की स्थिरता को बनाए रखने और किसी भी पड़ोसी देश को अलग-थलग होने से रोकने के लिए समर्पित हैं। उन्होंने अपनी डेमोक्रेट पार्टी से पूछा कि क्या आप राष्ट्रपति मुइज्जू को सत्ता से हटाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को तैयार हैं?
अली अजीम ने पूछा अपने पार्टी नेताओं से सवाल
सोशल मीडिया X (पूर्व में ट्विटर) पर अली अजीम ने लिखा, ‘हम, डेमोक्रेट, देश की विदेश नीति की स्थिरता को बनाए रखने और किसी भी पड़ोसी देश के अलगाव को रोकने के लिए समर्पित हैं। क्या आप राष्ट्रपति मुइज्जू को सत्ता से हटाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को तैयार हैं? क्या मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए तैयार है?’
मालदीव के 3 मंत्री कौन?
मालदीव के कई मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणियां पोस्ट करने के बाद विवाद पैदा हो गया। रविवार को मालदीव सरकार ने पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने पर तीन उपमंत्रियों को निलंबित कर दिया था।
मालदीव की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, युवा मंत्रालय में उप मंत्री मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, सोमवार को, भारत में मालदीव के दूत को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और टिप्पणियों पर कड़ी चिंता व्यक्त की गई।