राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा शुक्रवार को रायपुर पहुंच गए हैं। एयरपोर्ट पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित अन्य नेताओं ने यशवंत सिन्हा का स्वागत किया। सिन्हा कांग्रेस विधायकों के साथ संवाद करेंगे। इसके बाद शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ उनकी मीटिंग है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा भाजपा विधायकों से भी मुलाकात करेंगे और राष्ट्रपति चुनाव के लिए समर्थन मांगेंगे।

यशवंत सिन्हा इस वक्त अलग-अलग राज्यों का दौरा करके वोट देने की अपील कर रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को सिन्हा ने तमिलनाडू में विधायकों से संवाद किया। सिन्हा के रायपुर दौरे को देखते हुए शुक्रवार को कांग्रेस के विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल होंगे।
कांग्रेस के 27 आदिवासी विधायक
छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजाति के लिए 29 सीट आरक्षित है। इसमें 27 सीट पर कांग्रेस के विधायक हैं। कांग्रेस से आदिवासी वर्ग से गुलाब कमरो, प्रेमसाय सिंह टेकाम, बृहस्पत सिंह, चिंतामणि महाराज, डा प्रीतम राम, अमरजीत भगत, विनय भगत, मोहन मरकाम, राजमन बेंजाम, कवासी लखमा, देवती कर्मा, चंदन कश्यप, लखेश्वर बघेल, विक्रम मंडावी, संतराम नेताम, शिशुपाल सोरी, मनोज मंडावी, अनूप नाग, इंद्रशाह मंडावी, अनिला भेड़िया, लक्ष्मी धु्रव, केके ध्रुव, मोहित राम, लालजीत राठिया, चक्रधर सिंह सिदार, रामपुकार सिंह, यूडी मिंज विधायक हैं।
इधर, एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार आदिवासी नेत्री द्रौपदी मुर्मू को छत्तीसगढ़ से भाजपा के दो आदिवासी विधायकों ननकीराम कंवर और डमरूधर पुजारी के वोट मिलेंगे। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) ने भी द्रौपदी का समर्थन किया है। वहीं, बसपा के दो विधायक हैं, जो केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय के आधार पर वोट करेंगे।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी वर्ग के लिए 29 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं। इनमें 27 सीटें कांग्रेस के पास हैं। अभी संभावना है कि कांग्रेस के सभी 27 विधायकों के वोट पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को जाएंगे, क्योंकि विपक्षी दलों ने सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया है।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal