वॉशिंगटन
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने देश में आनेवाले चक्रवातों पर, यहां पहुंचने से पहले ही परमाणु बम गिराने की सलाह दी है। राष्ट्रपति का कहना है कि इससे चक्रवात का आवेग बाधित हो जाएगा। चक्रवात को लेकर हुई एक बैठक में ट्रंप ने जानना चाहा कि क्या अफ्रीका के तट पर चक्रवात बनने की प्रक्रिया को बाधित करने के लिए तूफान पर ही परमाणु बम गिराया जा सकता है। उन्होंने यह सुझाव दिया कि ऐसा किया जा सकता है, जिससे वहां मौजूद कुछ अधिकारी हैरान रह गए।
2017 में भी ट्रंप ने चक्रवात पर परमाणु बम गिराने के बारे में पूछा था
बैठक में शामिल हुए सदस्य ट्रंप के सुझाव से हैरान-परेशान हो गए। उनमें से कुछ अधिकारी लगभग खीजते हुए कहने लगे, ‘यह क्या है… हम इसका क्या करें ? इस पर क्या कहा जा सकता है।’ यह बातचीत कब हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस तरह की टिप्पणी पहली बार नहीं की है। 2017 में ट्रंप ने अपने एक वरिष्ठ अधिकारी से पूछा था कि क्या चक्रवातों के आने से पहले ही उन पर परमाणु बम गिराया जा सकता है।
ट्रंप के सुझाव से मीटिंग में मौजूद अधिकारी हैरान रह गए
जिस वक्त अधिकारी राष्ट्रपति को अफ्रीकी तट पर आए चक्रवात के हालात के बारे में जानकारी दे रहे थे, उन्होंने अचानक ही यह सुझाव दिया। अधिकारी को बीच में ही रोकते हुए ट्रंप ने कहा, ‘मुझे लगता है कि मुझे चक्रवात के प्रभाव को कम करने का आइडिया मिल गया है।
हम क्यों न चक्रवात के अटलांटिक तक पहुंचने से पहले ही उस पर परमाणु बम गिरा दें।’ इसके जवाब में अधिकारी ने कहा कि सर हमने आपके सुझाव को शामिल कर लिया है। अधिकारी ने इसके बाद भी कई बार इस सुझाव को दोहराया जिससे मौजूद अधिकारी हैरान रह गए।
वैज्ञानिक पहले ही इस विचार पर जता चुके हैं आपत्ति
वाइट हाउस ने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रेजिडेंट ट्रंप का उद्देश्य बुरा नहीं है। वह सिर्फ तूफान से होने वाले संभावित खतरों को कम से कम करना चाहते हैं।
ट्रंप का यह विचार नया नहीं है। इससे पहले 1950 में राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहोवर के कार्यकाल में एक सरकारी वैज्ञानिक ने यह सलाह दी थी। बार-बार उठने वाले इस विचार पर वैज्ञानिक पहले भी असहमति जता चुके हैं। अमेरिका में अक्सर चक्रवात आते रहते हैं।