अपनी दो शिष्याओं के साथ रेप के जुर्म में 20 साल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम से जुड़े अन्य मामलों में पुलिस को एक और झटका लगा है. राम रहीम के खिलाफ विभिन्न मामलों में अहम गवाह डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना से अभी पुलिस कायदे से पूछताछ भी नहीं कर सकी थी कि अचानक वह गायब हो गई.
विपासना को तो पुलिस अब तक ढूंढ नहीं पाई है, इस बीच डेरा के वाइस चेयरमैन डॉक्टर पीआर नैन के भी फरार होने की खबर आई है. पुलिस ने पीआर नैन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, लेकिन वह पुलिस के हत्थे अब तक चढ़ा ही नहीं.
राम रहीम को पंचकुला की अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद पंचकुला में 25 अगस्त 2017 को हुई हिंसा के मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम ने पीआर नैन को जांच में शामिल होने के लिए कहा था. लेकिन वह बार-बार आनाकानी करता रहा. आखिरकार वह पिछले दिनों भूमिगत हो गया और पुलिस हाथ मलती रह गई.
पुलिस के मुताबिक पंचकूला पुलिस की टीमें पीआर नैन और विपासना इंसान को गिरफ्तार करने के लिए जगह जगह छापेमारी कर रही हैं. लेकिन अभी तक वह उसकी गिरफ्त से बाहर है.
हिंसा फैलाने के तीन और आरोपी पुलिस के शिकंजे में
पंचकूला पुलिस की एसआईटी की टीम ने रविवार को हरियाणा के गुहला क्षेत्र से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. तीनों पर 25 अगस्त 2017 को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के मामलों में दोषी पाए पाए जाने के बाद व्यापक पैमाने पर हिंसा फैलाने का आरोप है.
गिरफ्तार तीनों आरोपियों की पहचान मस्तगढ़ के निवासी डॉक्टर बख्शीश, मस्ताना और गुमला निवासी कृष्ण कुमार के रूप में की गई है. तीनों आरोपियों के खिलाफ पंचकूला के सेक्टर 5 में आपराधिक षड्यंत्र और देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.
गुरमीत राम रहीम के अनुयायियों ने 25 अगस्त को पंचकूला सहित राज्य के कई हिस्सों में जबरदस्त हिंसा फैलाई थी, जिससे पंजाब और हरियाणा को करीब 400 करोड रुपए का नुकसान हुआ. राम रहीम पर हत्या, अपने 400 शिष्यों को नपुंसक बनाने, अन्य शिष्याओं का यौन शोषण करने और हत्या के कई मामले चल रहे हैं.