प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर बताया, “28 मार्च से डीडी भारती पर दोपहर 12 बजे और शाम सात बजे रोज ‘महाभारत’ के दो एपिसोड दिखाए जाएंगे।” इस जानकारी के बाद लोग ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ से जुड़ी अपनी यादें साझा कर रहे हैं। ट्विटर पर #Ramayan और #Mahabharat भी टॉप ट्रेंड्स में देखे गए। सोशल मीडिया पर चर्चा है कि लॉकडाउन की वजह से मौजूदा टीवी सीरियल्स की शूटिंग नहीं हो पा रही है, शायद इसीलिए रामायण और महाभारत के फिर से प्रसारण का फैसला लिया गया। हालांकि सरकार ने इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
रामानंद सागर के निर्देशन में बनी रामायण और बीआर चोपड़ा के निर्देशन में बनी महाभारत भारतीय दर्शकों के बीच खूब लोकप्रिय हुई थी। इनमें भी ज्यादा लोकप्रियता रामायण को ही हासिल हुई थी। आज जब रामायण का फिर से प्रसारण हुआ है तो नजर डालते हैं इस कार्यक्रम से जुड़े कुछ दिलचस्प पहलुओं पर। रामायण के 78 एपिसोड पूरे होने के बाद दर्शको ने लव-कुश की कहानी की मांग की। इस कहानी के लिए रामानंद सागर तैयार नहीं थे और उन्होंने कहा कि अगर वो लव-कुश की कहानी बनाएंगे तो वो एक काल्पनिक कहानी होगी। इस कहानी के टीवी पर आते ही कई विवाद सामने आए और रामानंद सागर पर दस साल तक कोर्ट केस चला।
जब ‘रामायण’ में रावण की मृत्यु होती है तो रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी के गांव में शोक मनाया गया था। रामायण के दौरान जब बहुत सारे जूनियर कलाकारों की जरूरत पड़ती थी तो गाँव-गाँव जाकर ढोल नगाड़ो के साथ घोषणा की जाती थी और कलाकार भर्ती किए जाते थे। 80 के दशक में जब रामायण धारावाहिक टीवी पर आया तो इसके साथ ही कई स्पेशल इफेक्ट्स भी देखने को मिले, जैसे हनुमान का संजीवनी बूटी लाना और पुष्पक विमान का उड़ना।
पांच महाद्वीपों में दिखाई जाने वाली रामायण को विश्व भर में 65 करोड़ से ज्यादा लोगो ने टीवी पर देखा। सीता का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री दीपिका चिखलिया ने शानदार अभिनय कर रामायण में सीता की भूमिका को जीवंत कर दिया था। हर हफ्ते रामायण के ताजा एपिसोड के कैसेट दूरदर्शन के दफ्तर भेजे जाते थे। कई बार तो ये कैसेट प्रसारण के आधे घंटे पहले भी पहुंचे। रामायण की शूटिंग लगातार 550 से ज्यादा दिनों तक चली थी।