जी हम बात कर रहे हैं लहसुन की जो कि आमतौर पर कई खाद्य व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए उपयोग किया जाता है, इसका प्रयोग सब्जी बनाने में खासकर किया जाता है। इससे खाने में एक अलग ही खुशबू आती है। लेकिन इसमें कुछ प्रभावी स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। लहसुन का प्रमुख औषधीय यौगिक एलिकिन नामक तत्व है जिसमें जीवाणुरोधी, एंटीवायरल, एंटिफंगल और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं। इसके अलावा लहसुन विभिन्न प्रकार के विटामिन और पोषक तत्वों से भी भरपूर है। इसमें विटामिन बी 1, बी 6 और सी के साथ-साथ मैंगनीज कैल्शियम, तांबा, सेलेनियम और कई अन्य खनिज निहित हैं।
लहसुन एंटी-बायोटिक और एंटी-वायरल लाभ प्रदान करता है जो लहसुन को सर्दी और खांसी के लिए एक अद्भुत उपचार बना देती है। इससे ऊपरी श्वसन संक्रमण की गंभीरता भी कम हो सकती है। लेकिन क्या आपको पता है कि लहसुन खाने में ही नहीं बल्कि इस काम में भी असरकारी फायदेमंद साबित हुआ है जिसके इस्तेमाल करने से 3 दिन में ही फर्क दिखने लग जायेगा।
आपको बता दें कि लहसुन खाने से दिमाग तेज हो जाता है यही कारण है कि घर में मां बच्चों को किसी न किसी बहाने से दाल या सब्जियों में लहसुन डालकर खिला देती हैं जिससे कि जो बच्चे इसका स्वाद पसंद नहीं करते उन्हें ऐसे ही खिलाना पड़ता है। लहसुन न सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि लड़के-लड़कियां योन क्षमता बढ़ाने के लिए भी खाते हैं।
माना जाता है कि अगर लहसुन की कली को शहद के साथ रोज खाने से लड़का व लड़की की यौन क्षमता आधे घंटे में बढ़ जाती है। इसके अलावा अगर किसी लड़की को पीरियड्स की कोई परेशानी होती है पीरियड्स लेट आना या फिर रुक जाना तो वो हफ्ते में दो दिन शहद के साथ लहसुन की तीन कलिया खा लें जिससे उसकी पीरियड्स की परेशानी खत्म हो जायेगी।
वहीं साथ ही जिन लड़कों को रात में नाईट फॉल की परेशानी होती है वो भी अगर रात को एक कली लहसुन की खाकर सो जाना है और ब्लड प्रेशर वाले मरीज को भी इसी तरह से रात को लहसुन की एक कली खा कर सो जाना है जिससे उसका ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। अगर आपको लहसुन का स्वाद पसंद नहीं है, तो इसे खाने के बाद आप एक गिलास दूध पी सकते हैं। आप लहसुन के सप्लीमेंट्स की खुराक भी ले सकते हैं।
इसके अलावा लहसुन अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसे विभिन्न श्वसन स्थितियों के इलाज में अत्यधिक लाभकारी है। यह खांसी सम्बंधित कफ निस्सारक को बढ़ावा देता है।