राजधानी स्थित होटलों समेत सैकड़ों व्यवसायिक प्रतिष्ठान आग के मुहाने पर हैं। ऐसे सर्वाधिक खतरनाक 41 प्रतिष्ठानों के खिलाफ न्यायालय में मुकदमे भी चल रहे हैं। इनके अलावा सैकड़ों प्रतिष्ठान ऐसे हैं जिन्हें अग्निशमन विभाग, उत्तर प्रदेश अग्नि निवारण और अग्नि सुरक्षा अधिनियम 2005 के तहत 3/4 की नोटिस दे चुका है। खास बात यह है कि नोटिस देने के बाद निजी स्वार्थवश अथवा प्रतिष्ठान मालिकों के रसूख के आगे जिम्मेदार कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साध गए। जिसका खामियाजा होटल एसएसजे और विराट इंटरनेशनल में अग्निकाड के दौरान छह लोगों को जान गवाकर भुगतना पड़ा।
शहर के सबसे खतरनाक होटल और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को चिन्हित कर पहले उन्हें अग्नि निवारण और अग्नि सुरक्षा अधिनियम 2005 के तहत 3/4 की नोटिस दी गई थी। इसके बाद भी तय समय पर जब उन्होंने फायर फाइटिंग व्यवस्थाएं नहीं कराई तो उनके खिलाफ सीजीएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया था। अभय भान पाडेय, चीफ फायर ऑफीसर।
ये हैं शहर के सर्वाधिक खतरनाक प्रतिष्ठान:
– होटल पंजाब इन : गुरुनानक मार्केट चारबाग
– उदय राज पैलेस : छन्नी लाल चौराहा
– बीडी इंटरनेशनल : चारबाग
– होटल विश्वनाथ : चारबाग
– होटल शर्मा, न्यू शर्मा : चारबाग
– होटल चरन : विधान सभा रोड
– होटल राज : विधान सभा रोड इनके खिलाफ चल रहे मुकदमे :
भवन का नाम – बनाम
अंसल सिटी सेंटर – बीसी राय
गुलमर्ग अपार्टमेंट – ताहिरा रिजवी
शगुन पैलेस – दीपक अरोड़ा
यूपीटेक बिल्डिंग – सरजू प्रसाद
राज होटल – कमल जायसवाल
दोसिया टावर – वहीदुल हसन
शर्मा होटल – सतीश शर्मा
न्यू शर्मा होटल – सीके शर्मा
एएफ टावर – मो. शोएब फारूक
सेंटर कोर्ट – वीरेंद्र के थापर
दशमेश अपार्टमेंट – गुरुप्रीत सिंह
आनंद अपार्टमेंट – मोहनदास लधानी
राज अपार्टमेंट – राकेश सिंह
होटल एनएस काटीनेंटल – सुरेंद्र सैनी
होटल छेदीलाल वैश्य – राजकुमार वैश्य
होटल मंदाकिनी मेजबान – डॉ. रईस
ब्लू फाउंटेन – दिनेश
गोयल प्लाजा – राधेलाल अग्रवाल
जेम्स कोर्ट अपार्टमेंट – नीरज रस्तोगी
दिलकश अपार्टमेंट – वीरेंद्र उर्फ टीटू
डब्लू आर अपार्टमेंट – मोनिस इकबाल
न्यू जनपथ कॉम्प्लेक्स – अनिल गौड़
एसएस अपार्टमेंट – सलीम खान
गंगा सागर अपार्टमेंट – मोनिस इकबाल
पीएस काटीनेंटल – पवन कुमार गर्ग
सफायर कोर्ट अपा. – नीरज रस्तोगी
बाबे अपार्टमेंट – कलाम अहमद
गोपाल अपार्टमेंट – राकेश गुप्ता
प्लाट संख्या 817 – आकाश अग्रवाल
पायनियर कॉम्पलेक्स – जनपाल सिंह
लोरपुर रेजीडेंसी – सुधीर हलवासिया
नरही अपार्टमेंट – शशि अग्रवाल
होटल अवध क्लार्क – महाप्रबंधक
श्रीराम टावर – प्रबंधक निदेशक
गौरी अपार्टमेंट – अजय बहल
सरन चेंबर – भूषण थापर
वाइएमसीए बिल्डिंग – विष्णु भगवान
रीजेंसी प्लाजा – रीजेंसी इंडस्ट्रीज
होटल प्रीमियर – अरशद अहमद सिद्दीकी