हरियाणा के गढ़ी सांपला-किलोई विस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा 6वीं बार जीते हैं। वर्तमान राजनीति में राव इंद्रजीत सिंह के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा दूसरे ऐसे नेता हैं जो लोकसभा-विधानसभा के कुल 10 चुनाव जीत चुके हैं।
हरियाणा विधानसभा की सियासी पिच पर कई विधायक तो ऐसे हैं जो लंबे समय से डटे हैं और हर बार नया रिकाॅर्ड बनाते हैं। यहां हैट्रिक चाैका तो छोड़िए… छठी-सातवीं बार विधानसभा पहुंचने वालों के भी नाम हैं। जनता इन्हें हर बार सिर आंखों पर बैठाती है और अपना प्रतिनिधित्व करने का माैका देती है।
बेरी विधानसभा सीट से कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायक रघुबीर कादियान सातवीं बार विधानसभा में अपने हलके का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने इस बार भाजपा के संजय कबलाना को हराया। यह उनकी लगातार 6वीं और कुल 7वीं जीत है। इससे पहले 1987 में लोकदल की टिकट से वह जीते थे। वहीं, अंबाला कैंट सीट से भाजपा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज की यह लगातार चाैथी जीत है।
इससे पहले वे दो बार 1996 और 2000 में आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत चुके हैं। विज 7वीं बार विधानसभा पहुंचेंगे। अनिल विज 1991 में अपना पहला चुनाव कांग्रेस के बृज आनंद से हार गए थे। वहीं 26 मई 1990 को आए उपचुनाव के नतीजों में वे भाजपा की टिकट पर जीते थे। यह सीट सुषमा स्वराज के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।
गढ़ी सांपला-किलोई विस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा 6वीं बार जीते हैं। वर्तमान राजनीति में राव इंद्रजीत सिंह के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा दूसरे ऐसे नेता हैं जो लोकसभा-विधानसभा के कुल 10 चुनाव जीत चुके हैं। हरियाणा में 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट से हुड्डा लगातार जीतते आ रहे हैं। इस बार लगातार उनकी चाैथी जीत है। इससे पहले यह हलका किलोई सीट के नाम से जाना जाता था, तब 2000 में इनेलो के धर्मपाल को हराकर हुड्डा ने चुनाव जीता था। 2005 में हुए उपचुनाव में भी हुड्डा जीते थे।
2009 में अस्तित्व में आई पंचकूला विधानसभा सीट पर इस बार हुड्डा सरकार में पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे चंद्रमोहन बिश्नोई ने कांग्रेस की टिकट पर जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के पूर्व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को हराया। इससे पहले वह कालका विधानसभा सीट से तीन बार 1996, 2000 और 2005 में चुनाव जीत चुके हैं। इसके अलावा 1993 के उपचुनाव में चंद्रमोहन कांग्रेस की टिकट पर जीते थे। तत्कालीन विधायक पुरुषभान के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी।
अब 5वीं बार विधानसभा में अपने हलके का नेतृत्व करेंगे। झज्जर विधानसभा सीट से कांग्रेस की गीता भुक्कल की यह लगातार चाैथी जीत है। कलानाैर विधानसभा सीट से कांग्रेस की शकुंतला खटक ने भी इस बार जीत का चाैका लगाया। भिवानी विस सीट से भाजपा के घनश्याम दास भी लगातार चाैथी बार जीते हैं। यमुनानगर विस सीट से भाजपा के घनश्याम दास अरोड़ा ने भी जीत की हैट्रिक लगाई है।