कानपुर के शेल्टर होम में कई बच्चियों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इस मसले पर राजनीति बढ़ती जा रही है. इस मसले पर बीते दिन उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को नोटिस भेजा था.
अब शुक्रवार सुबह प्रियंका गांधी ने इसपर जवाब दिया है. प्रियंका ने कहा कि वह इंदिरा गांधी की पोती हैं, कोई अघोषित भाजपा प्रवक्ता नहीं हैं.
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है.
किसी सरकारी प्रॉपेगेंडा को आगे रखना नहीं है. यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिजूल की धमकियां देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है’.
प्रियंका गांधी ने आगे लिखा कि जो भी कार्यवाही करना चाहते हैं, बेशक करें. मैं सच्चाई सामने रखती रहूंगी. मैं इंदिरा गांधी की पोती हूं, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं.
आपको बता दें कि कानपुर के एक शेल्टर होम में बीते दिनों उस वक्त हड़कंप मच गया था, जब यहां 57 लड़कियां कोरोना वायरस पॉजिटिव पाई गई थीं. इसके अलावा इनमें से करीब 6 लड़कियां गर्भवती भी थीं. इसी के बाद से प्रियंका गांधी इस मामले को उठा रही थीं.
नोटिस में कहा गया था कि इस पोस्ट को तीन दिन के अंदर हटाएं, अन्यथा कानूनी एक्शन लिया जाएगा.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal
