उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार साढ़े चार पहले हुए कवाल कांड को लेकर नंगला मंदौड़ में हुई महापंचायत में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने की तैयारी कर रही है। इस मामले के सामने आने से विपक्ष के नेताओं को भाजपा सरकार पर हमला करने का एक मौका मिल गया है। गुजरात में भाजपा सरकार की नाक में दम करने वाले हार्दिक पटेल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्विट करके योगी सरकार पर निशाना साधा है। पटेल का कहना है कि संविधान से देश नहीं चल रहा, भाजपा नेताओ की मनमानी से देश चल रहा है।
हार्दिक ने अपने पहले ट्विट में कहा- मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी भाजपा नेताओं के केस उत्तर प्रदेश सरकार वापस ले सकती है !! सरकार चल रही है या मजाक हो रहा हैं। सुबह का गुंडा शाम को भाजपा में जुड़ जाए तो उसे गुंडा नहीं कह सकते, यह सही साबित हो गया हैं। संविधान से देश नहीं चल रहा, भाजपा नेताओ की मनमानी से देश चल रहा है। दूसरे ट्विट में हार्दिक ने कहा कि भाजपा राज में कभी भी गलत या सही केस लग जाता है।
पाटीदार आंदोलन के मुख्य नेता ने लिखा- भाजपा के समय में कई कानून ऐसे होते हैं जिन्हें जानना सबके लिए काफी जरूरी होता है। जैसे हमारे अधिकार क्या है, संविधान क्या है और लोगों के लिए क्या-क्या कानून आम नागरिक के हित में हैं। भाजपा के राज में कब ग़लत केस लग जाए, कब सही केस वापिस ले लिए जाए यह सब चौंकाने वाला हैं।
बता दें कि मुजफ्फरनगर जिले में 27 अगस्त 2013 को जानसठ थाना क्षेत्र के गांव कवाल में शाहनवाज की मौत के बाद मलिकपुरा के ममेरे भाइयों सचिन और गौरव की हत्या कर दी गई थी। अगले दिन कवाल गांव में आगजनी हुई थी, जिसके विरोध में मुस्लिमों ने शहर के खालापार में एकत्र होकर तत्कालीन डीएम और एसएसपी को ज्ञापन दिया था।