किसान आंदोलनों के बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सूबे के किसानों के लिए एक गिफ्ट दिया है. योगी सरकार ने गेहूं की एमएसपी फिक्स कर दी है. जिसकी खरीदी 1 अप्रैल से होने जा रही है.
सरकार ने गेहूं के लिए MSP 1975 रुपए प्रति क्विंटल कर दी है. एक तरह से देखा जाए तो इस साल पिछले साल की एमएसपी के मुकाबले 50 रुपए अधिक बढ़ाए गए हैं. उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद 1 अप्रैल से शुरू होने जा रही है.
एमएसपी पर बोलते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ‘हर हाल में किसानों को MSP का लाभ मिलना चाहिए.’ योगी आदित्यनाथ ने आगे बताया कि ‘गोदाम और सभी खरीदी केन्द्रों को जियो टैग्ड (geo-tagged) किया जाएगा. सीएम योगी ने खरीदी से जुड़े सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसानों को अपना गेहूं बेचते समय किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना चाहिए. उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि राज्य में गेहूं के रखरखाव के लिए अतिरिक्त इंतजाम होने चाहिए.
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि ‘सभी किसानों को गेहूं की खरीद से संबंधित ऑनलाइन स्लिप दी जाएगी. इस बार इस बात का भी ख्याल रखा गया है कि ऐसी एजेंसियों जिनका पिछला रिकॉर्ड खराब रहा है, उन्हें कोई काम नहीं दिया जाएगा. सभी गेहूं खरीदी केन्द्रों और गोदामों पर जिओ-टैगिंग की व्यवस्था होगी.’
सीएम ने निर्देश दिए हैं कि इस बार जितना हो सके उतना e-POP मशीनों की मदद से पहचान के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम का उपयोग किया जाए. योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पूरी गेहूं खरीदी की प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए इसके लिए अलग-अलग टीमों द्वारा औचक निरिक्षण भी होंगे और जो भी लोग धांधली करते पकड़े जाएंगे उन पर सख्त कार्रवाई होगी.