खुद को फ्रेश रखने के लिए आपको नहाना बहुत जरुरी होता है. इससे आप ताज़ा महसूस करते हैं और साथ ही आपके शरीर को गंदगी दूर होती है. ऐसे ही कुछ लोग दांतों को ब्रश करना, अपना हाथ धोना जैसी चीज़ों को अलावा शावर लेना पसंद करते हैं. शावर त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करती है और गंदगी को भी खत्म करने में मदद करती है. उचित तरीके से स्नान करना महत्वपूर्ण है क्योंकि अनुचित स्नान स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. अगर शावर का तरीके ढंग का नहीं है तो समस्याएं आ सकती हैं. आइये जानते हैं शावर लेने के तरीके.
एक्सरसाइज के बाद शावर नहीं लेना:
एक्सरसाइज के बाद शावर ना लेना आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है. पसीने की गंध को खत्म करने के लिए एक्सरसाइज के बाद कुछ लोग स्नान करते हैं. पसीने के कारण होने वाले बैक्टीरिया के उत्पादन की वजह से रैशेज भी होने लगते हैं. एक्सरसाइज के बाद शावर लेना महत्वपूर्ण है.
कॉन्ट्रास्ट शावर मत लें
कई लोग कभी भी एक कॉन्ट्रास्ट शावर नहीं करते जो स्वास्थ्य के लिए बुरा है. कॉन्ट्रास्ट शावर लेना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. शावर को खत्म करने से पहले 30 सेकंड ठंडा शॉवर चालू करें. इससे आपको तनाव से छुटकारा मिलेगा और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो जाएगी और साथ ही साथ एंटी-डिप्रेसेंट के रूप में भी काम करेगा.
शावर ना करें और हर दिन बाल धोएं:
कई लोग हर दिन बाल धोते हैं जो बालों से संबंधित कई समस्याएं पैदा करते हैं. इसलिए लोगों को पतले या कमजोर बालों से बचने के लिए हर दिन बाल धोने से बचना चाहिए. बालों से संबंधित समस्याओं से बचने के लिए सप्ताह में दो बार बाल धोएं.
तौलिया में गीले बालों को लपेटना:
बाल आसानी से कमजोर हो जाते हैं और टूटने लगते हैं. इससे बचने के लिए, स्नान के बाद तौलिया के साथ गीले बालों को कभी भी लपेटें. या तो खुद बालों को सूखने दें या फिर तौलिए से हल्का-हल्का पोछें.
शॉवर कैप ना साफ करना:
शावर कैप पर एल्गी का होना स्वास्थ्य को प्रभावित करता है. एल्गी के कारण बैक्टीरिया स्कैल्प को प्रभावित करता है जिसके कारण फेफोड़ों से जुड़ी समस्या हो जाती है. इसलिए हमेशा शावर कैप को साफ कर के रखें.