भारत के सबसे अमीर आदमी मुकेश ने बड़े नाजों से अपने तीनों बच्चों का पालन-पोषण किया है। हर कोई सोचता होगा कि उनके बच्चों की जिंदगी में कभी कोई ऐशो-आराम की कोई कमी नहीं रही होगी, क्योंकि वे तो अंबानी के बच्चे हैं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है जनाब, अंबानी के बच्चे होने के बावजूद उन्हें बहुत कम पॉकेट मनी मिलती थी। इस बात ता खुलासा खुद नीता अंबानी ने किया था।इंटरव्यू में नीता अंबानी ने बच्चों को लेकर एक किस्सा सुनाया था। उन्होंने कहा था- ‘जब मेरे बच्चे स्कूल जाते थे तो मैं उनको हर शुक्रवार 5 रुपये देती थी। जिससे वो स्कूल कैंटीन में खाना खाते थे। एक वक्त की बात है जब मेरा बेटा अनंत दौड़ कर मेरे पास आया और बोला कि 10 रुपये चाहिए।
नीता ने बताया, अनंत द्वारा पैसे मांगने पर जब मैंने सवाल पूछा क्यों तो वो बोला- स्कूल के दोस्त मेरा मजाक उड़ाते हैं। कहते है सिर्फ 5 रुपये लाता है। तू अंबानी है या भिखारी।’ ये सुनकर मुझे बुरा नहीं लगा, क्योंकि मुकेश अंबानी ने पैसे बचाने की कला अपने पिता से ली है। जिससे वो कामयाब भी हुए और वो चाहते हैं ये कला उनके बच्चे भी सीखें।
नीता बताती है इसलिए उन्होंने हमेशा अपने बच्चों को कम में ज्यादा का पाठ पढ़ाया। नीता ने यह भी कहा- ‘मैं अपने बच्चों को आम बच्चों की तरह ही रखना चाहती थी। इसलिए मैंने कभी उन्हें अमीर होने का एहसास नहीं कराया।’