ये बंंदर नशेड़ी है। जी हां, ये बात बिलकुल सही है। इसकी तस्वीरें भी कुछ ऐसा ही बयां कर रही है। इसलिए सोशल मीडिया पर इस बंदर की तस्वीरें धड़ल्ले से शेयर की जा रही हैं।
यह मामला जोधपुर जिले का बताया जा रहा है। यहां एक गांव में लंबे अरसे से यह बंदर अफीम का सेवन करता आ रहा है और अब वह उसकी एडिक्ट हो चुका है।
ऐसे में जहां भी कुछ लोग एकत्र होते है, वहां यह बंदर अपने आप उनके बीच पहुंच जाता है और उनके बीच बैठकर अफीम मिलने का इंतजार करता है। अफीम नहीं मिलने पर यह चिड़चिड़ा होकर चिल्लाता रहता है। ये उस बंदर के एडिक्शन की पहली पहचान देता है।
जोधपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में एक बंदर एक से दूसरे गांवों के बीच घूमता रहता है। जहां भी शादी-ब्याह या किसी के निधन के पश्चात होने वाली बैठकों में यह पहुंच जाता है। लोगों को अफीम खाता देख यह उनके निकट जाकर आराम से बैठ जाता है।
अफीम की मनुहार करते ही यह बड़े चाव से उसे खा जाता है। लोगों का कहना है कि यह बंदर तीन-चार बरस से इस क्षेत्र में सक्रिय है। लगातार अफीम का सेवन करने के कारण अब यह पूरी तरह से उसका एडिक्ट हो चुका है।
यह बंदर हमेशा अफीम की तलाश में रहता है। कभी अफीम नहीं मिलने के कारण यह चिल्लाना शुरू कर देता है। एक बंदर विशेषज्ञ कहते हैं कि जब वन्यजीव मनुष्यों के संपर्क में आते है तो दोनों एक-दूसरे से उनके गुण-अवगुण सीखते है। इस बंदर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है।
माना जा रहा है कि शुरुआत में लोगों ने मजे-मजे में इसे अफीम खिलाया होगा। लेकिन ये नहीं पता था कि उसे अफीम के नशे का शौक लग जाएगा। यह इस बंदर के लिए बहुत घातक सिद्ध हो सकता है।
अफीम का तीन-चार बार लगातार सेवन करने के बाद आदमी इसका एडिक्ट हो जाता है। इसका नशा फिर सिर चढ़कर बोलने लगता है। एडिक्शन के बाद इसे छोड़ पाना बेहद मुश्किल है।