यूपी-NCR में अब रोबोट्स बुझाएंगे आग, 200 मीटर से अधिक दूरी तक जाएगी धार

गुजरात के सूरत शहर में एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने की घटना ने उत्तर प्रदेश के अग्निशमन विभाग को भी सतर्क कर दिया है। भविष्य में बहुमंजिला इमारतों में हादसा होने पर जान माल का खतरा न हो और आग पर तुरंत काबू पाया जा सके। इसके लिए प्रदेश सरकार अब विभाग के बेड़े में रोबोट,100 मीटर हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मशीन व टर्बो हाइड्रोजेट सहित पांच उपकरण शामिल करेगी। फायर सर्विस को अपग्रेड करने के लिए प्रदेश के अग्निशमन मुख्यालय ने मेरठ परिक्षेत्र के उप निदेशक फायर अमन शर्मा के निर्देशन में एक कमेटी का गठन किया है। गाजियाबाद के मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) सुनील कुमार सिंह व गौतमबुद्ध नगर के सीएफओ अरुण कुमार सिंह भी इसमें हैं। कमेटी की पहली बैठक बुधवार दोपहर सेक्टर-2 स्थित अग्निशमन केंद्र में होगी, जहां इन उपकरणों की खरीद प्रक्रिया पर चर्चा होगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही योजना पर आगे काम होगा।

रोबोट से होंगे ये फायदे-
अग्निशमन विभाग का मानना है कि उत्तर प्रदेश में खासकर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में बड़े स्तर पर केमिकल सहित अन्य बड़ी फैक्ट्रियां व मल्टीनेशनल कंपनियां हैं। इन इमारतों में आग लगने पर फायर कर्मचारी आग के करीब तक नहीं पहुंच पाते हैं। इससे आग बुझाने में काफी दिक्कत होती है व समय लगता है। जिससे भारी नुकसान होता है। विभाग के पास रोबोट होंगे तो वह हादसा होने पर आग के काफी करीब पहुंच कर पानी फेंक सकेंगे, जिससे कम समय में हादसे पर काबू किया जा सकेगा।

100 मीटर हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मशीन से सुरक्षित होंगी बहुमंजिली इमारतें- 

नोएडा, ग्रेटर नोएडा व गाजियाबाद में बड़े स्तर पर बहुमंजिली इमारते हैं। यहां 20-25 मंजिला इमारतें बनकर तैयार हो चुकी हैं। इन बिल्डिंग में लोग रह भी रहे हैं। इससे भी काफी ऊंची बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा है। अग्निशमन विभाग के पास इन बिल्डिंग में आग की स्थिति में बुझाने व उसमें फंसे लोगों को रेस्क्यू के लिए कोई संसाधन नहीं हैं। ऐसे में आग लगने की स्थिति में फायर कर्मी बेबस साबित हो सकते हैं। अगर 100 मीटर हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मशीन को बेड़े में शामिल कर लिया जाता है तो फायर सर्विस 33 मंजिला बिल्डिंग तक में आग लगने पर बुझाने व फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में सक्षम हो सकेगा। अभी विभाग के पास 42 मीटर हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मशीन केवल नोएडा में है, जिससे 14 मंजिल तक आग बुझाई जा सकती है।

टर्बो हाइड्रो जेट से आग पर तत्काल किया जा सकेगा नियंत्रण-
बड़ी फैक्ट्री, ऊंची बिल्डिंग में आग लगने पर अग्निशमन विभाग उतने प्रेशर से पानी नहीं फेंक पाता। जिससे आग बुझाने में दिक्कत होती है। टर्बो हाइड्रो जेट के जरिये 200 मीटर से अधिक दूरी तक मोटी धार से पानी फेंका जा सकता है। इससे बिल्डिंग के अंदर तक पानी आसानी से पहुंचेगा व आग बुझाने में आसानी होगी। वहीं जं¨पग कुशन व नेट के जरिये आग लगने पर लोगों को रेस्क्यू करने में आसानी होगी।

इन उपकरणों की खरीदने का है प्रस्ताव-

  • रोबोट्स
  • 100 मीटर हाइड्रोलिक प्लेट फार्म मशीन
  • टर्बो हाइड्रोजेट मशीन
  • 25 हजार लीटर वाटर ट्रेलर (हार्स ट्रेलर)
  • जंपिंग कुशन/ नेट

उत्तर प्रदेश फायर सर्विस को अत्याधुनिक बनाने की तैयारी चल रही है। रोबोट सहित पांच अत्याधुनिक उपकरण खरीदने पर विचार चल रहा है। इसके लिए मुख्यालय की तरफ से बनी कमेटी की बुधवार को बैठक होगी। उसमें इन उपकरणों की जरूरत सहित अन्य बिंदुओं पर डिटेल रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भेजा जाएगा।  

तंग गलियों में भी घुस सकेंगे रोबोट्स-
लोनी, गाजियाबाद और नोएडा में कई जगहों पर तंग गलिया हैं, जहां पर दमकल की गाड़ियां प्रवेश तक नहीं कर पाती हैं। रोबोट से आग बुझाने की सुविधा मिलने पर राहत और बचाव कार्य भी जल्द ही शुरू किया जा सकेगा। रोबोट और रिमोट कंट्रोल डिवाइस से ये फायदा होगा कि पतली गलियों और टनल में बेहद आसानी से जा सकेगा। इतना ही नहीं, इसके इस्तेमाल से आग में जान गंवाने वालों की संख्या में कमी आएगी। बताया जा रहा है कि जिन अवैध कॉलोनियों में दमकल की छोटी या बड़ी गाड़ियां नहीं जा सकतीं, रिमोट कंट्रोल डिवाइस और रोबोट्स वहां आसानी से दाखिल हो जाएगा।

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