यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस की रोकथाम के इंतजामों को परखने के लिए सोमवार को स्वास्थ्य भवन का निरीक्षण किया और अपडेटेड कंट्रोल रूम बनाने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि लोगों को जागरुक करने के लिए बस स्टैंड, पब्लिक पार्क और सार्वजनिक जगहों पर बैनर पोस्टर लगाए गए हैं। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में मास्क और सैनेटाइजर मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मास गैदरिंग को लेकर अपील की गई है। मास्क व सैनेटाइजर कालाबाजारी करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में मास्क और हैंड सैनेटाइजर मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य संक्रमण रोग नियंत्रण कक्ष के रूप में कंट्रोल रूम काम कर रहा है। यहां तीन शिफ्टों में काम हो रहा है। हर शिफ्ट में नौ लोगों की ड्यूटी लगाई गई है।
वहीं, जिलों में किए गए बचाव के इंतजामों पर उन्होंने कहा कि हर जिले में वार्ड बनाए गए हैं। शॉपिंग मॉल्स बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। हम सामूहिक रूप से काम कर रहे हैं और कोरोना वायरस को हराने में कामयाब होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर व्यक्ति मास्क पहने ये जरूरी नहीं है। मास्क वही पहनें जो संदिग्ध हैं या फिर संक्रमित हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए 11 जिलों में सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, स्विमिंग पूल, क्लब, डिस्को, और जिम 31 मार्च 2020 तक बंद करने के निर्देश दिए हैं।
रविवार को कोरोना वायरस प्रकोप के नियंत्रण के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि दिल्ली एनसीआर के नोएडा, गाजियाबाद, भारत-नेपाल सीमा के सभी जिलों सिद्धार्थ नगर, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, महाराजगंज, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, आगरा व लखनऊ में इन आदेश को सख्ती से लागू कराया जाए।
इन सभी परिसर के मालिकों, संचालकों, प्रबंधकों को तत्काल प्रभाव से आदेश को लागू करने के निर्देश दिए हैं। ऐसा न करने पर आईपीसी की धारा 188 के अनुसार कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने आवास पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान सभी जिलों के अधिकारियों से कहा कि वह अपने-अपने जिलों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए बने आइसोलेशन वार्ड, ओपीडी, फीवर/फ्लू कॉर्नर का निरीक्षण करें। कोरोना के संबंध में सभी जिले प्रतिदिन रिपोर्ट तैयार करके अधिकारियों को उपलब्ध कराएं।