पुलिस ने विकास दुबे के पिता रामकुमार दुबे को भी हिरासत में ले लिया है। इसी के साथ विकास के सभी बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। पुलिस विकास की सभी संपत्तियों की जांच कर रही है।
चौबेपुर मुठभेड़ में चौबेपुर एसओ विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध मानते हुए आईजी रेंज कानपुर ने उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने का ऑर्डर जारी कर दिया है। एसटीएफ की एक टीम विनय से मुठभेड़ के संबंध में पूछताछ भी कर रही है। बता दें कि विकास से फोन से कुछ पुलिस वालों के नबंर मिले हैं। जिनसे पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि गुरुवार देर रात विकास दुबे को पकड़ने गई टीम पर बिकरू गांव में बदमाशों ने चारों ओर से घेर कर हमला कर दिया था। जिसमें एक सीओ सहित आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए। सीएम योगी ने इस मामले में अपराधियों पर जल्द कार्रवाई के आदेश दिए है।
यूपी मोस्ट वांटेड विकास ने अपराध के सहारे साम्राज्य खड़ा कर रखा है। गांव में सिक्योरिटी से लैस किले की तरह मकान है। जेल की तरह दीवारें हैं। जिन्हें अब गिराया जा रहा है। इन पर कांटेदार तारों से घेराव है। व्यवस्था ऐसी कि परिंदा भी पर मारे तो विकास को इसकी खबर हो जाए।
दंभ में चूर विकास लोगों से कहता रहा है कि पंडितजी के गांव में सिर्फ सेना ही घुस सकती है। विकास ने कानपुर के अलावा कई अन्य शहरों में करोड़ों की जमीनें कब्जा की हैं। अरबों की संपत्ति बनाई है। गांव के मकान में 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
दीवारों की ऊंचाई तीस से चालीस फीट है। इन पर कटीले तारों की घेरेबंदी से यहां किसी का दाखिल होना आसान नहीं। अगर कोई दाखिल हो भी जाए तो उसका पकड़ा जाना तय है। उसके पास लग्जरी कारें हैं। घर में लाखों के फर्नीचर व लग्जरी इलेक्ट्रॉनिक के सामान हैं। कुल मिलाकर वह गांव में लग्जरी लाइफ जीता आया है।
विकास को पकड़ने के लिए पूरे प्रदेश में पचास से अधिक टीमें पिछले 36 घंटों से लगातार छापेमारी कर रही हैं। विकास के करीबियों से पूछताछ की जा रही है। प्रदेश की सीमाओं को सील कर सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।