कानपुर में भर्ती उन्नाव हत्याकांड की पीड़िता को होश आ गया है. डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई और चौथे दिन यानी रविवार को पीड़िता को होश आ गया. होश में आने के बाद पीड़िता बेड पर उठकर बैठी डॉक्टरों ने खाने में पीड़िता को लिक्विड और फल दिए हैं.
यह पीड़िता उन तीन लड़कियों में अकेले ज़िंदा बची है जिसे उन्नाव में एकतरफा प्रेम में सिरफिरे प्रेमी ने लड़की और उसके दो साथियों को जहर मिला पानी पीने को दिया था. रीजेंसी हॉस्पिटल के डाक्टर परमजीत सिंह ने बताया कि आज चौथे दिन लड़की की हालत में सुधार देखने को मिला है. लड़की को होश आ गया. उसे खाने में लिक्विड और फ्रूट दिए गए हैं.
बता दें कि उन्नाव केस में पुलिस ने खुलासा करते हुए लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया था कि इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग समेत दो लोगों को पकड़ा है. जिसमें मुख्य आरोपी विनय उर्फ लंबू शामिल है. घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी खेत से भाग कर रिहाइशी इलाके की तरफ जा रहे थे, तभी पुलिस के एक मुखबिर की नजर इन दोनों पर पड़ गई थी.
आरोपी विनय ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि वो जिस लड़की से प्यार करता है, वो अस्पताल में भर्ती है. विनय ने यह भी बताया था कि वारदात के दिन जब वो उस लड़की से खेत में बात कर रहा था. उस वक्त उसने दूसरी दोनों लड़कियों से नमकीन भी मंगाई थी. विनय ने एक लड़की को कीटनाशक वाला पानी पीने के लिए दिया था. लेकिन उसी बोतल से दूसरी लड़कियों ने भी पानी पी लिया था.
थोड़ी देर के बाद उन तीनों के मुंह से झाग निकलने लगा और वे बेहोश हो गईं. इसके बाद विनय और उसके नाबालिग साथी ने उन तीनों को उठाकर उन्हीं के खेत में डाल दिया और मौके से फरार हो गए.
पुलिस अब पीड़िता से बयान लेने का इंतजार कर रही है. इसके लिए उन्नाव पुलिस डॉक्टरों की राय लेगी. डॉक्टरों से इजाजत मिलने के बाद पुलिस घटना के दिन की पूरी जानकारी लेगी.