उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिहार में छह दिनों में 18 रैलियों को संबोधित करेंगे। उनकी पहली रैली 20 अक्तूबर को होगी। वे एक दिन में तीन रैलियों को संबोधित करेंगे। उनकी पहली रैली कैमूर में 12 बजे, दूसरी अरवल में दो बजे और रोहतास के विक्रम गंज में 3.15 बजे होगी। इसके अलावा वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भी मौजूद रहेंगे।
बिहार में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। 28 अक्तूबर को पहले चरण का मतदान होना है। ऐसे में राज्य में चुनावी हलचल जारी है। शुक्रवार को बिहार में सत्ताधारी गठबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें बताया गया कि प्रधानमंत्री राज्य में 12 रैलियां करेंगे।
एनडीए एक बार फिर नीतीश कुमार की अगुवाई में राज्य में विधानसभा का चुनाव लड़ रही है। उसे एक बार फिर राज्य की सत्ता पर काबिज होने की उम्मीद है। वहीं राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि कुर्सी के लालच में नीतीश कुमार ने बिहार को गर्त में पहुंचा दिया है। इसके अलावा राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लोक जनशक्ति पार्टी पर हमला बोला और उसे वोटकटवा पार्टी करार दिया।
बिहार के बांका में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘2014 के चुनावों से पहले, राजनीतिक नेता एक-दूसरे पर अपने भाषणों में नफरत, जातिवाद और समाज को तोड़ने के लिए उकसाने वाले आरोप लगाते थे। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के चुनाव के बाद राजनीतिक संस्कृति बदल गई है। अब नेताओं को अपने कामों का रिपोर्ट कार्ड दिखाना पड़ता है।’