केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के डिजिटल इंडिया की झलक अब उत्तर प्रदेश रोडवेज बसों में भी देखने को मिलेगी. दरअसल, अब रोडवेज बसों में पेटीएम, डेबिट और क्रेडिट कार्ड से किराया भुगतान करने की सुविधा उपलब्ध होगी. अब तक यूपी रोडवेज की बसों में सिर्फ कैश में ही किराया भुगतान की सुविधा है.
इसके लिए अब एंड्रॉयड टिकट मशीन से बस का टिकट बनेगा. इसका ट्रायल लखनऊ के तीन डिपो में शुरू हो गया है. इसके लिए परिवहन विभाग के पास 2300 एंड्रॉयड टिकट मशीन पहुंची हैं. पहले चरण में एसी बसों में यह सुविधा होगा. एंड्रॉयड मशीन से टिकट बनाते वक्त यात्री की फ़ोटो खींचने की भी सुविधा होगी. इस मशीन से बसों का लोकेशन भी पता चलेगा.
बता दें कि हाल ही में पेटीएम ने बताया कि उसने डिजिटल भुगतान परिवेश को व्यापक बनाने के लिए 500 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है. पेटीएम ने हाल ही में कहा, ‘‘कंपनी की योजना डिटिजल क्षेत्र को बुनियादी रूप से मजबूत करने की वैकल्पिक प्रौद्योगिकियों पर काम कर रही नयी स्टार्टअप कंपनियों में 500 करोड़ रुपये निवेश करने की है.’’
पेटीएम के मुताबिक वह इनसाइडर, नियरबाय, लॉगिनेक्स्ट, टिकट न्यू, हंगरबॉक्स, नाइटस्टे, क्यूआरक्यूएल और रिक्रूटरग्रिड जैसी सहायक प्रौद्योगिकियां तैयार करने वाली कंपनियों में सामान्यत: हर साल 200-250 करोड़ रुपये निवेश करती है.