परिषदीय विद्यालयों के इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक अब चार वर्ष बाद अंग्रेजी बोलना और पढ़ाना सीखेंगे। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ऑनलाइन सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है, जो शिक्षकों को अंग्रेजी बोलना सिखाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग ने सत्र 2015-16 से परिषदीय विद्यालयों को अंग्रेजी मीडियम बनाने की व्यवस्था शुरू की थी। सवाल यह है कि इसके पहले वह शिक्षक इंग्लिश मीडियम स्कूलों में क्या पढ़ाते थे।
यह व्यवस्था उनके लिए पहले शुरू की जानी चाहिए। राजधानी के 156 और सूबे में 15000 परिषदीय विद्यालय इंग्लिश मीडियम हैं। इनके शिक्षकों को अंग्रेजी पढ़ाने के लिए दक्ष किया जाएगा। यह जानकारी महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने दी।
शिक्षाधिकारियों का दावा है कि शिक्षकों की ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य बच्चों को अच्छी शिक्षा देना है। परिषदीय विद्यालयों के बच्चे भी अपने को निजी स्कूलों के बच्चों से कम न समझें। उनके अंदर कांफिडेंस लेवल बढ़े। इसलिए पहले शिक्षकों को तैयार किया जा रहा है। फिर शिक्षक उसी के अनुसार बच्चों की तैयारी कराएंगे।
बीएसए लखनऊ दिनेश कुमार ने बताया कि इंग्लिश मीडियम स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से इंटर पास अथवा अंग्रेजी विषय से स्नातक पास शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। नियुक्ति से पहले उनका टेस्ट और परीक्षा भी होती थी। अंग्रेजी विषय की विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद उनकी नियुक्ति की जाती है।