हम बात कर रहे हैं टेस्टिस कैंसर की जो कि आजकल युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है। दरअसल ये कैंसर टेस्टिस यानि अंडकोष में होता है। टेस्टिस हमारे शरीर में टेस्टोस्टेरॉन और अन्य कई महत्वपूर्ण हार्मोन्स का उत्पादन करते हैं। वीर्यकोष की कोशिकाओं में अनियंत्रित तरीके से वृद्धि के कारण ही होता है। आपको बता दें कि ये थैली प्रजनन कोशिकाओं के लिए भी जिम्मेदार है। वहीं डॉक्टरों का मानना है कि पथरी भी अगर ज्यादा दिनों तक रहे तो वह कैंसर का रूप ले सकती है। शुरूआत में ये केवल टेस्टिस तक ही सीमित रहता है वहीं आपको बता दें कि यह रेट्रोपेरिटोनिल लिम्फ नोड्स तक पंहुच जाता है। इसके अलावा ये भी बता दें कि रेट्रोपेरिटोनिल लिम्फ नोड्स वह छोटी ग्रंथियां होती हैं जो बैक्टीरिया को फिल्टर करती हैं।