कर्मचारियों में बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय बनता जा रहा है। ऐसे में इससे निपटने के लिए न्यूयॉर्क के एक डिजाइन स्टूडियो ने कर्मचारियों को तनाव मुक्त करने का अनोखा तरीका निकाला है।
डोंट टेक दिस रॉंग वे नाम के इस स्टूडियो ने सड़कों पर कई जगह पंचिंग बैग लगाए हैं, ताकि लोग उन्हें लात-घूसे मारकर खुद को तनाव मुक्त कर सकें। स्टूडियो ने यह आइडिया न्यूयॉर्क डिजाइन वीक में पेश किया था। स्टूडियो का कहना है कि वह उन भावनाओं को जाहिर होने का मौका देना चाहते हैं, जो एक आम शख्स अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में नहीं कर पाता है। यह नया तरीका सफल साबित हो रहा है। लोगों को इन पंचिंग बैग्स पर घूंसे मारकर गुस्सा निकालते देखा जा सकता है।
जनाब इंदौर के एक कैफे में जाकर आप जमकार तोड़फोड़ मचा सकते हैं और आप से कोई कुछ नहीं बोलेगा। अरे भाई बोलेगा नहीं पर तोड़फोड़ का कुछ पैसा तो लेगा ना। इस कैफे का नाम भड़ास कैफे है। कैफे का ऐसा नाम आप शायद पहली बार सुन रहे होंगे। यह अनोखा कैफे मध्य प्रदेश के इन्दौर शहर के चन्द्रनगर क्षेत्र में खुला है। लोग इस कैफे में जी-भर कर तोड़-फोड़ करते हैं और गुस्सा शान्त हो जाने पर खुद को तनाव मुक्त महसूस करते हैं। यह कैफे अतुल मलिकराम नाम के युवक ने खोला है। उन्होंने कहा कि ये भारत का पहला भड़ास कैफे है। आज की भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में लोगों को तनाव और अवसाद से आजाद करने में ये कैफे बहुत मदद करेगा।
इस कैफे में तोड़-फोड़ करके वो अपना मन शान्त कर पाएंगे। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें तोड़-फोड़ से पहले ग्लव्स, हेल्मेट और ट्रैक सूट भी पहनाए जाते हैं। इस कैफे की दीवारों और छत पर हर तरफ नफरत, गुस्सा, गुबार, चीखना जैसे शब्द बड़े-बड़े अक्षरों में लिखे हुए हैं। भड़ास कैफे में आप कॉफी की चुस्कियों के साथ अपना मनपसन्द संगीत भी सुन सकते हैं। मैडिटेशन रूम में जा कर ध्यान कर सकते हैं। इस दौरान आपके मोबाइल और दूसरे गैजेट्स आपसे दूर रख दिए जाएंगे। जरूरत महसूस होने पर यह कैफे आपको साइकोलाजिस्ट का परामर्श भी दिलवाया जायेगा। आप चाहे अपने बॉस से परेशान हों या बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड का गुस्सा हो पढ़ाई का फ्रस्टेशन हो या पति-पत्नी की आपस में न बनती हो। किसी पर बहुत गुस्सा आ रहा हो या किसी का सर फोड़ देने का मन कर रहा हो तो अब मन मारने की जरूरत नहीं।