स्कूल और मंदिरों के आस-पास शराब दुकानें खोलने पर प्रतिबंध है, लेकिन श्योपुर जिले में यह प्रतिबंध सिर्फ कागजों तक सीमित है। जिला मुख्यालय पर ही कई शराब ठेके स्कूल व मंदिरों के पास चल रहे हैं। गांव-कस्बों की हालत तो खराब है। जिला मुख्यालय पर ही एक ऐसा स्कूल है जहां कभी भी नशे में धुत शराबी घुस आते हैं। इन शराबियों को रोकने के लिए स्कूल की शिक्षिकाएं लाठी लेकर दरवाजे पर पहरा देती हैं।
अधिकांश नशेड़ी शराब की बोतल लेकर आते हैं और स्कूल के कमरों में बैठकर शराब पीने लगते हैं। शराबियों से परेशान शिक्षिकाओं ने यह समस्या आला अफसरों को बताई लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। ऐसे में शिक्षिकाएं अपने-अपने घर से लाठी व डंडे लेकर आईं और शराबियों को रोकने के लिए पहरा देना शुरू कर दिया। इस स्कूल में शराबियों के आतंक की गवाही स्कूल परिसर और उसके चारों ओर फैली शराब की फूटी बोतलें दे रही हैं।