जादू-टोने से छुटकारा पाने का यह मंत्र ऐसा है जिसे बेहद चमत्कारी माना जाता है। जादू-टोना भारत में प्राचीन काल से चला आ रहा है। ये वो क्रिया है जिसे पहले सिर्फ तांत्रिक और बड़े अघोरी ही किया करते थे। लेकिन बदलते जमाने के साथ जादू-टोने का उपयोग आम लोग भी करने लगे। तांत्रिक शास्त्र के अनुसार सही विधि के साथ किया गया जादू-टोना कभी खाली नहीं जाता।
अगर आपको भी खुद पर या अपने आसपास किसी पर भी किसी भी तरह के टोने-टोटके का शक हो तो आप भी नीचे दिए गए मंत्र के जाप से खुद ही इस जादू से निजात पा सकते हैं।
मान्यताओं के अनुसार उसका कोई उल्टा असर नहीं होता और व्यक्ति को टोने के प्रभाव से मुक्ति भी मिल जाती है, यहां तक कि अगर अगर इस उपाय को सही तरीके से नहीं भी किया जाए तो भी इससे कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता।
तंत्रशास्त्र में ऐसे कई तरीके बताए गए हैं जिससे जादू से छुटकारा पा सकते हैं लेकिन फिर भी “शाबर मंत्रों” के उपयोग को बेहतर बताया गया है। इनमें भी गायत्री मंत्र का प्रयोग सर्वश्रेष्ठ है लेकिन इसके लिए पूर्ण आस्था का होना जरूरी है।
जादू-टोने से मुक्ति के लिए एक “शाबर मंत्र” भी है जिसके प्रयोग के लिए कोई विशेष पूजन सामग्री की जरूरत भी नहीं होती है। सिर्फ मंत्र के जाप से ही काम चल जाता है। मंत्र इस प्रकार है:-
“ॐ नमो आदेश गुरु का,
एक ठौ सरसों सोला राई,
मोरो पठवल कोरो जाय,
जे करै ते मरै, उलट विद्या ताहि पै पड़ै,
शब्द साँचा पिण्ड काँचा,
फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा, दुहाई श्री ……. की।।”
प्रयोग की विधि:-
सोलह दाने राई (लाल सरसों) के और 3, 5 या 7 डालियां नमक की लें। अब जिस दिशा में आप पूजा करते हैं उसी दिशा में मुंह करके राई और नमक को मुट्ठी में बंद करके सात बार ऊपर दिया गया मंत्र पढ़ें।
हर बार मंत्र पढ़ने के बाद मुट्ठी पर फूंक मारें। सात बार मंत्र पढ़कर और फूंक मारने के बाद सिर और सीने से सामने की ओर से सात बार घुमाकर जलती आग में डाल दें।
इससे आप पर किया गया जादू-टोना तुरंत ही वापस लौट जाएगा और जिसने किया है उसी पर इसका उल्टा असर होगा। मान्यता है कि इस प्रयोग से भूत-प्रेत भी भगाए जा सकते हैं और किसी दूसरे शख्स की नजर भी उतारी जा सकती है।